उत्तर प्रदेश में धमाकेदार जीत के साथ सत्ता में आने वाली भारतीय जनता पार्टी के विधायकों से रंगदारी मांगने को लेकर धमकी का सिलसिला थम नहीं आ रहा है। ताजा मामले में दिल्ली से सटे नोएडा के विधायक और केंद्रीय गृहमंत्री के राजनाथ सिंह के बेटे पंकज सिंह को भी वाट्स एप पर धमकी मिली है। पंकज सिंह से भी दस लाख रुपये की रंगदारी मांगी गई है। इसका खुलासा शनिवार को हुआ। धमकी के बाबत उन्होंने पुलिस को सूचना दे दी है। वहीं, इस मामले की भी जांच एसटीएफ के हवाले कर दी गई है।
यहां पर बता दें कि उत्तर प्रदेश में अब तक 24 से अधिक विधायकों सहित कुछ अन्य प्रतिष्ठित लोगों को धमकी भरे संदेश भेजे जाने की बात सामने आई है। प्रकरण की जांच के लिए गठित एसआइटी लगातार केंद्रीय जांच एजेंसियों के संपर्क में है, लेकिन वह अभी उन नंबरों की सटीक लोकेशन तक नहीं पहुंच सकी है, जिनसे मैसेज भेजे जा रहे हैं। दरअसल, आरोपितों ने तीन दिनों में परिणाम भुगतने की धमकी दी थी, जिसके बाद से लगातार वैसे ही संदेश भेज रहे हैं। संदेशों की भाषा भी एक जैसी ही है। इससे जांच एजेंसियां यही मान रही हैं कि शरारतन दहशत फैलाने के इरादे से ऐसा किया जा रहा है।
बताया गया कि जांच एजेंसियां बिटक्वाइन के जरिये पेमेंट किए जाने की दिशा में भी जांच को आगे बढ़ा रही हैं। ताकि उनके हाथ आरोपितों की लोकेशन व आइपी एड्रेस का कोई सुराग लग सके। पाकिस्तान, अमेरिका सहित अन्य देशों के आइपी एड्रेस को लेकर भी छानबीन चल रही है।
अब तक की जांच में एक बात पूरी तरह से साफ हो गई है कि संदेश भेजने वाला शख्स साइबर एक्सपर्ट है और वह बखूबी जानता है कि उसकी कौन से गलती उसे भारी पड़ सकती है। यही वजह है कि वह लगातार तकनीक के सहारे पुलिस को चकमा देने में अब तक कामयाब है।
अबतक इन विधायकों के मिली है धमकी
भाजपा के जिन विधायकों को धमकी भरे व्हाट्सऐप मैसेज और वीडियो कॉल आए हैं उनमें सीतापुर के महोली के शशांक त्रिवेदी, बुलंदशहर के डिबाई की अनीता लोधी, खीरी के मोहम्मदी के लोकेंद्र प्रताप, शाहजहांपुर के कटरा के वीर विक्रम, गोंडा के महनौन के विनय द्विवेदी, गोंडा के तरबगंज के प्रेम नारायण, बरेली के फरीदपुर के श्याम बिहारी, कानपुर के भोगनीपुर के विनोद कटिया, कुशीनगर के रजनीकांत मनी त्रिपाठी, लखनऊ के नीरज बोरा, बाराबंकी के सकेंद्र वर्मा, जालौन के कल्पी के नरेंद्र सिंह और हरदोई के गोपामऊ के श्याम प्रकाश शामिल हैं।