इलाहाबाद। यूपी बोर्ड की हाईस्कूल व इंटरमीडिएट परीक्षा की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन शनिवार से शुरू हो रहा है। इसके लिए प्रदेश भर में एक लाख 46 हजार 275 परीक्षक लगाए गए हैं और तय केंद्रों पर अधिकांश कॉपियां पहुंचने का दावा किया गया है। इस बार परीक्षा की तरह ही मूल्यांकन में विशेष सख्ती हो रही है। परीक्षक कॉपियां जांचने के नाम पर इधर-उधर घूम नहीं सकेंगे और न ही बिना कार्य किए उपस्थित हो सकेंगे। इसके लिए पहली बार सीसीटीवी कैमरे से निगरानी होगी और हर दिन हर परीक्षक की हाजिरी ऑनलाइन भेजी जाएगी। नकल माफिया पर अंकुश लगाने को एलआइयू व एसटीएफ तक को सक्रिय किया गया है।
यूपी बोर्ड की हाईस्कूल परीक्षा छह 22 फरवरी व इंटर का इम्तिहान छह फरवरी से 12 मार्च तक चला। परीक्षा के दौरान ही बोर्ड मुख्यालय ने उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन की तैयारी की। प्रदेश भर के 247 केंद्रों पर हाईस्कूल के लिए 82123 व इंटर के लिए 64152 परीक्षक लगाए गए हैं, जो हाईस्कूल की दो करोड़ 17 लाख सात हजार 879 और इंटर की दो करोड़ 90 लाख 84 हजार 556 समेत कुल पांच करोड़ सात लाख 92 हजार 435 कॉपियां जांचेंगे। सभी मूल्यांकन केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरे पहले से लगे हैं।
साथ ही पहली बार अनुपस्थित परीक्षकों की ऑनलाइन निगरानी भी हो रही है। बोर्ड परीक्षा की तर्ज पर वेबसाइट पर हर केंद्र को गैरहाजिर परीक्षक की रिपोर्ट भेजनी है साथ ही किस विषय की कितनी कॉपियां मूल्यांकित हुईं यह रिपोर्ट भी संलग्न होगी। इससे बोर्ड मुख्यालय को परीक्षा परिणाम तैयार करने और मूल्यांकन की हर गतिविधि पर नजर रखने में बड़ी सहूलियत होगी। मूल्यांकन में हाईस्कूल व इंटर के परीक्षक को कितनी कॉपियां हर दिन मिलेंगी और गलती होने पर दंड आदि के निर्देश पहले ही भेजे जा चुके हैं।
बहिष्कार को लेकर पुलिस बल तैनात
प्रदेश के वित्तविहीन शिक्षकों ने मूल्यांकन बहिष्कार करने का अल्टीमेटम दिया है। ऐसे में हर केंद्र पर पुलिस बल तैनात करने का मुख्यालय ने निर्देश दिया है साथ ही राजकीय व अशासकीय शिक्षकों को केंद्रों पर हर हाल में पहुंचने को भी कहा गया है। समाजवादी शिक्षक सभा के प्रदेश अध्यक्ष डा. मान सिंह यादव ने वित्त विहीन शिक्षकों के पक्ष में बहिष्कार का समर्थन किया है। उनका कहना है कि जब सीबीएसई का पाठ्यक्रम अपनाया जा रहा है तो वैसा ही भुगतान भी किया जाए। वहीं, बोर्ड सचिव नीना श्रीवास्तव का दावा है कि मूल्यांकन कार्य प्रभावित नहीं होगा।
उन्नाव डीआइओएस को सख्त निर्देश
उन्नाव के जिला विद्यालय निरीक्षक ने मूल्यांकन कार्य के दौरान तमाम शिक्षकों को एक प्रशिक्षण में लगा दिया था और निर्देश दिया था कि वह प्रशिक्षण को प्राथमिकता दें। इस सूचना पर यूपी बोर्ड सचिव ने सख्त ऐतराज जताया और निर्देश दिया कि शिक्षकों को मूल्यांकन में भेजने का आदेश दिया जाए।