भाजपा नेतृत्व ने चुनावी समर 2017 के मद्देनजर चुनावी किलेबंदी को पार्टी विधायकों को मोर्चे पर लगाने का फैसला किया है। इसके लिए उन्हें खुद की सीट के अलावा दो-दो और विधानसभा क्षेत्रों की जिम्मेदारी दी गई है। इन्हें साफ कर दिया गया है कि इस जिम्मेदारी का मतलब उन्हें इन विधानसभा क्षेत्रों को सौंपना नहीं है। सभी विधायकों को 25 दिन अपनी सीट पर ही गुजारने हैं।
सांसदों को भी चुनाव मोर्चे पर लगाएगी भाजपा
बचे पांच दिन उन विधानसभा क्षेत्रों में गुजारने होंगे, जिनका जिम्मा उन्हें सौंपा गया है। पार्टी जल्द ही सांसदों को भी चुनावी मोर्चे पर लगाएगी। विधायकों के कामकाज की मॉनिटरिंग और समन्वय की जिम्मेदारी विधानमंडल नेता सुरेश खन्ना और मुख्य सचेतक डॉ. राधामोहन दास को सौंपी गई है।
प्रदेश प्रभारी ओम माथुर और प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य की मौजूदगी में रविवार को यहां हुई विधायकों की बैठक हुई। इसमें विधायकों को चुनावी एजेंडे पर जुटाने का फैसला किया गया। इसके लिए उन्हें बिंदुवार टास्क सौंपा गया। साथ ही कुछ हिदायतें भी दी गईं।