ये फोटोज ब्राजील के क्रेपूरिजाओ गांव की हैं, जहां रहने वाले लोग सिर्फ सोना निकालने का काम करते हैं। गैरकानूनी काम होते हुए भी यह सिलसिला पिछले कई सालों से चला आ रहा है, क्योंकि इन लोगों को रोक पाने में पुलिस भी नाकामयाब है। ये गोल्ड माइंस अमेजन फॉरेस्ट की खतरनाक जीवों से भरी नदी के आसपास हैं।
गोल्ड माइंस वाली ये जगह रेन्सा नाम से जानी जाती है, जहां हजारों की संख्या में आदिवासी रहते हैं। करीब पांच साल पहले तक यहां के लोगों का जीवन शिकार-मछली पकड़ने तक ही सीमित था। लेकिन, गोल्ड माइंस का पता चलने के बाद इलाके के हालात बदलते चले गए। सोना निकालने के काम में सभी लोग शामिल हो गए। हाल ही में एक रिपोर्टर ने यहां की फोटोज अपने कैमरे में कैद कीं और कुछ लोगों से बातचीत भी की। इस दौरान एक व्यक्ति ने बताया कि लोग रोजाना करीब 2 किलो सोना यानी की महीने में 60 किलो आसानी से निकाल लेते हैं।
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सोना निकालने के चलते अधिकतर लोगों ने नदी किनारे की लकड़ियों के घर बना लिए हैं। इस बारे में जब माइंस एंड एनर्जी मिनिस्टर फर्नाडो कोएलहो से बात की गई तो उन्होंने बताया कि सरकार इन लोगों को लायसेंस देने पर विचार कर रही है, जिससे कि इन्हें इनकी मेहनत की पूरी कीमत मिल सके।
अभी लोग पकड़े जाने के डर से चोरी-छिपे कम कीमत पर ही दलालों को सोना बेच देते हैं। वहीं, यहां से निकलने वाले सोने की क्वॉलिटी बहुत अच्छी है। दरअसल, गोल्ड माइंस पर कब्जा करने के लिए सरकार इन्हें जंगल से बाहर नहीं निकालना चाहती, क्योंकि ये सालों से यहां रहते हुए आए हैं।