मौसम बदलने के साथ ही डेंगू का डंक तेज हो रहा है। सोमवार को डेंगू के 42 और मरीज मिले हैं। इनमें से कानपुर के 19 और उन्नाव, औरेया समेत दूसरे जिलों के 23 मरीज हैं। लगातार मरीज मिलने से शहर की तुलना में ग्रामीण इलाकों में डेंगू अधिक घातक है। फिलहाल सक्रिय मरीजों की संख्या 132 पहुंच गई है। सोमवार को उर्सला अस्पताल में 150 मरीजों की जांच हुई, इसमें 26 डेंगू पीड़ित हैं। वहीं जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज में 90 मरीजों की जांच हुई। 16 में डेंगू की पुष्टि हुई है। रिपोर्ट के अनुसार, पुलिस लाइन का सिपाही भी चपेट में आया है। पॉजिटिव मरीजों में सबसे ज्यादा युवा है।
कांशीराम बना डेडीकेटेड अस्पताल
सीएम के निर्देश पर जिले में कांशीराम अस्पताल को डेंगू का डेडीकेटेड अस्पताल बनाया गया है। वहां पर फिलहाल 20 बेड पर डेंगू मरीजों का इलाज हो रहा है। सभी बेडों पर मच्छरदानी व अन्य जरूरी संसाधान मुहैया कराए गए हैं। सीएमओ डॉ. आलोक रंजन ने बताया कि फिलहाल एक भी मरीज नहीं है। जरूरत पड़ने पर कांशीराम अस्पताल में बेड बढ़ाए जाएंगे। डेडीकेटेड अस्पताल के बावजूद उर्सला से लेकर हर सरकारी अस्पताल में प्राथमिकता के आधार पर डेंगू मरीज का इलाज होगा, इसकी तैयारी सभी ने की है। मरीजों की कांट्रेक्ट ट्रेसिंग भी कराई जा रही है।