3 फरवरी को बिहार कांग्रेस के द्वारा पटना के गांधी मैदान में रैली का आयोजन किया जा रहा है, जिसमे कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गाँधी के अलावा महागठबंधन के कई नेता के शामिल होने की उम्मीद है. ऐसे जहाँ एक मंच पर महागठबंधन के सभी दलों के नेता बैठने वाले हैं, वहीं अन्दर ही अन्दर सीटों को लेकर महागठबंधन में सियासत गर्म है. महागठबंधन में शामिल दलों के बीच सीट बंटवारे को लेकर अब तक सहमति नहीं बन पायी है.
राजद कर रही 22 सीटों पर लड़ने की तैयारी
बिहार में लोकसभा की 40 सीटें को लेकर जहाँ एक तरफ एनडीए में सीटों का बंटवारा हो गया है, वहीं महागठबंधन में अबतक घमासान जारी है. मिल रही जानकारी के अनुसार महागठबंधन में राजद 22 सीटों से कम पर चुनाव लड़ने को तैयार नहीं है. वहीं, कांग्रेस कम से कम 12 सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है. वहीँ अन्य सहयोगी दल भी सीटों को लेकर अपनी अपनी मांग पर अड़े हुए है.
अन्य दलों की ये है मांग
विश्वसनीय सूत्रों से मिल रही जानकारी के अनुसार उपेन्द्र कुशवाहा की राष्ट्रीय लोक समता पार्टी 5, माकपा और भाकपा दो-दो, भाकपा-माले 3 , पूर्व सीएम जीतन राम मांझी की पार्टी हम 2 और सन ऑफ़ मल्लाह कहे जाने वाले मुकेश सहनी की पार्टी VIP भी दो सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है. कई बार इस मामलों को लेकर बातचीत भी की गई है परन्तु अबतक इस सम्बन्ध में कोई अंतिम फैसला नही हो सका है.
कांग्रेस कर रही है तैयारी
सीटों के बंटवारे को लेकर अबतक अंतिम फैसला नही हो सका है, जिसकी वजह से बयानबाजी जारी है. ऐसे में कांग्रेस ने पहले ही 12 सीटों पर दावेदारी जता दी है. ऐसे में इस बात को लेकर भी कयास लगाए जा रहे है कि अगर राजद 18 सीटों पर लड़ने के लिए तैयार हो जाती है तब कांग्रेस 12, रोलोसपा 4, वामपंथी दलों के एक-एक और मांझी की पार्टी के लिए एक और शरद यादव के लिए दो सीटें दी जा सकती हैं. ऐसे में कहा जा रहा है कि अगर राजद ने 22 सीटों का जिद नही छोड़ा तब कांग्रेस छोटे दलों के साथ अलग भी चुनाव लड़ सकता है. हालांकि इन बातो को लेकर अभी सिर्फ कयास लगाए जा रहे है, रैली के बाद इस पर फैसला होने के पूरे चांसेस है.