बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रणौत खुलकर और बेबाकी से हर मुद्दे पर अपनी राय देने के लिए जानी जाती हैं। वह बॉलीवुड में नेपोटिज्म के अलावा सामाजिक और राजनीतिक मुद्दों पर भी अक्सर खुलकर बोलती रहती हैं। अब कंगना रणौत ने देश में महिलाओं और लड़कियों के प्रति बढ़ती अपराध की घटनाओं को लेकर सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया दी है।
कंगना रणौत सोशल मीडिया पर काफी सक्रिय रहती हैं। वह बीते कुछ समय से इसके जरिए अपनी बात रखती रहती हैं। बलात्कार, छेड़छाड़ और यौन शोषण की बढ़ती घटनाओं को देखते हुए कंगना रणौत ने ट्विटर पर एक वीडियो साझा किया है। इस वीडियो में एक लड़की लड़के को बुरी तरह से पीटती हुई नजर आ रही है। इस वीडियो को साझा करते हुए अभिनेत्री ने खास ट्वीट भी लिखा है।
कंगना रणौत ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर लिखा, ‘मुझे पता नहीं हुआ क्या मगर रोज-रोज बलात्कार, मर्डर, लड़कियों के शोषण की खबरों से इतना परेशान हूं कि मैं चाहती हूं कि हर लड़की यह देखे, डरो मत यह देखो और सीखो, अगर कोई डराए तो जानों की एक अकेला आदमी एक अकेली लड़की पर हावी नहीं हो सकता, मार-मार के चमड़ी निकल दो, बहुत बढ़िया किया लड़की।’
महिलाओं और लड़कियों को हिम्मत जुटाने के लिए प्रेरित करता कंगना रणौत का यह ट्वीट वायरल हो रहा है। अभिनेत्री के कई फैंस उनके इस ट्वीट को पसंद कर रहे हैं। साथ ही कमेंट के जरिए अपनी प्रतिक्रिया भी दे रहे है्। आपको बता दें कि कंगना रणौत अक्सर बॉलीवुड फिल्म इंडस्ट्री और इसमें काम करने वाले कई कलाकारों के खिलाफ भी अक्सर बयानबाजी करती रहती हैं। एक बार फिर से उन्होंने बॉलीवुड में एकजुट हुए कलाकारों के लेकर अपनी प्रतिक्रिया दी है।
कंगना रणौत ने बॉलीवुड के एक खेमे की तुलना लकड़बग्घे से कर डाली है। उन्होंने ट्विटर पर एक वीडियो जारी करते हुए कहा कि इन लोगों को सेट पर काम कर रहे वर्कर्स की कोई चिंता नहीं है। कंगना ने अपने आधिकारिक इंस्टाग्राम अकाउंट के जरिए एक वीडियो साझा किया है। इस वीडियो में कंगना कुछ वर्कर्स फिल्म के सेट पर काम कर रहे हैं। वीडियो को साझा करते हुए कंगना ने लिखा, ‘बुलीवुड के सारे लकड़बग्घे उनका नाम लेने की वजह से मीडिया पर हमला करने के लिए इकट्ठा हो गए हैं। मैं उनसे पूछती हूं कि यह ऐसी एकता उस समय क्यों नहीं दिखाते, जब मजदूरों, औरतों और स्टंटमेन के साथ अन्याय होता है। ये अपने मानवाधिकारों की बात तो करते हैं, लेकिन दूसरों के मानवाधिकारों के लिए कोई जोश नहीं दिखाते।’