लखनऊ। एलडीए की 10 करोड़ रुपये की जमीन पर कब्जा करने वाले उच्च शिक्षा मंत्री शारदा प्रताप शुक्ला के अवैध निर्माण पर सोमवार को बुलडोजर चला। हाईकोर्ट के कड़े आदेश व एलडीए की सख्ती के बाद मंत्री के सामने इसे गिराने के अलावा कोई रास्ता नहीं बचा था।
एलडीए ने इसे 13 दिसम्बर को ढहाने के लिए एसएसपी व डीएम से दो कम्पनी पीएसी मांगी थी लेकिन इसके एक दिन पहले मंत्री ने खुद ही अवैध निर्माण का कुछ हिस्सा गिरवा दिया। करीब 16 दुकानों में से सात दुकानें गिरा दीं। बाउण्ड्रीवाल, कार्यालय व शीशे वाली दुकान अभी भी खड़ी है। अब मंगलवार को एलडीए बचा निर्माण ढहाएगा।
मंदिर बना कर कब्जा
सरोजनी नगर से सपा विधायक व उच्च शिक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) शारदा प्रताप शुक्ला ने एलडीए के तीन खसरा नम्बर की जमीन पर अवैध कब्जा करके निर्माण करा लिया था। कब्जे के लिए पहले मंदिर बनवाया। फिर धीरे धीरे दुकानें बनवा डालीं। जिस जमीन पर उन्होंने कब्जा किया है। वह एलडीए की कानपुर रोड योजना के सेक्टर एल की हैं। ये प्राइम लोकेशन पर हैं।
एलडीए के पूर्व उपाध्यक्ष एमपी अग्रवाल ने वर्ष 2013 में कब्जे की जांच करायी थी। जांच में मंत्री का पूरा अवैध कब्जा मिला। एमपी अग्रवाल ने 29 नवम्बर 2013 को मंत्री के इस अवैध कब्जे को ढहाने का आदेश किया था। लेकिन शारदा प्रताप शुक्ला के सत्ता में होने के नाते एलडीए के इंजीनियर इसे ढहाने की हिम्मत नहीं जुटा सके। इस मामले में सरोजनी नगर क्षेत्र के बृजभान यादव ने हाईकोर्ट में पीआईएल दाखिल की थी।