सूत्रों के मुताबिक पाकिस्तानी सेना को भर्ती सीमा पर जासूसी बढ़ाने के लिए चीन ने बैलून बॉर्न स्पाई राडार सिस्टम देने का फैसला किया है. सूत्रों की माने को चीन तिब्बत ऑटोनोमस रीजन से भारतीय सेना की मूवमेंट पर नजर रखने के लिए भी इस सिस्टम का इस्तेमाल करता रहा है. इस तरह के सिस्टम को TARS यानी Tethered Aerostat Radar System भी कहा जाता है. इसमें दुश्मन की मूवमेंट पर नज़र रखने की क्षमता तो है ही इसके साथ ही मौसम पर नजर रखने वाले यंत्र भी लगे होते हैं. ये रडार भी आम रडार की तुलना में काफी उन्नत और कार्यकुशल है.
पाकिस्तानी सेना घुसपैठ कराने में और माहिर होगी
बता दें कि पाकिस्तानी सेना पर लगातार आतंकियों को भारतीय सीमा में प्रवेश कराने के आरोप लगते रहे हैं. जानकारी के मुताबिक आतंकी घुसपैठ के लिए इन रडार के जरिये सीमा पर पाक सेना भारतीय सेना की गतिविधियों पर नज़र रख सकेंगी. चीन लगातार पाकिस्तान को आधुनिक हथियारों से लैस करने में जुटा है. कुछ ही दिन पहले पाकिस्तान के दस सदस्यों के एक दल ने एक सैन्य अधिकारी की अगुआई में फैक्ट्री एक्सेप्टेंस टेस्ट (FAT) के लिए चीन का दौरा किया था. इस दौरे में चीन-पाकिस्तान के सैन्य गठजोड़ को और मजबूत करने पर बातचीत की गयी है. इस दौरे में चीन ने पाकिस्तान को आर्मड ड्रोन देने का भी वादा किया है.
रडार के साथ तोप भी दे रहा चीन
इसी साल ये UCAV पाकिस्तान को सौपने की प्रक्रिया शुरू हो सकती है. इसके अलावा चीन पाकिस्तान को रडार दे रहा है और एडवांसड लॉन्ग रेंज एयर एंड मिसाइल डिफ़ेंस सिस्टम देने की भी तैयारी में है. पाकिस्तान को चीन से आर्टेलरी गन भी जल्द ही मिलने वाली हैं. पाकिस्तान की सेना ने बडी तादाद में चीन से SH-15 हॉवित्जर तोप का सौदा किया है. कुल 236 तोपें ख़रीदने के लिए चाइना नॉर्दन इंडस्ट्रीज कॉर्पोरेशन के साथ करार किया है. पाकिस्तान इन तोपों को एलसी और भारतीय सीमा पर तैनात करने की तैयारी में है. पाक ISI और आर्मी ने चीन से भारी संख्या में ‘हाई एल्टीट्यूट वार’ के लिए भी सामान खरीद रहा हैं. सूत्रों के मुताबिक आने वाले दिनों में बर्फीले पहाड़ों के जरिए भी आतंकियों की घुसपैठ देखने को मिल सकती है.