चुनाव आयोग ने आज पश्चिम बंगाल के भवानीपुर (Bhabanipur) में हुए हंगामे को लेकर राज्य सरकार से रिपोर्ट मांगी है. चुनाव आयोग ने शाम चार बजे तक रिपोर्ट देने को कहा है. दोपहर करीब तीन बजे चुनाव आयोग के सूत्रों ने इसकी जानकारी दी. बीजेपी ने भवानीपुर सीट पर उपचुनाव रद्द करने की मांग की है.
बंगाल बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष दिलीप घोष ने ट्वीट करते हुए दावा किया कि ‘उनके ऊपर भवानीपुर के जगुबबर बाजार में सुनियोजित तरीके से टीएमसी के गुंडों’ ने हमला किया. बीजेपी नेता ने आरोप लगाया कि उन्हें मारने की साजिश थी. दिलीप घोष ने कहा कि यह सत्तारूढ़ दल की जघन्य, भयावह प्रकृति को उजागर करता है. क्या इस घटना के बाद स्वस्थ चुनाव हो सकते हैं?? इसके साथ ही उन्होंने सवाल किया, “इस राज्य में आम आदमी का जीवन कितना सुरक्षित है जब मुख्यमंत्री के गृह क्षेत्र भवानीपुर में जनप्रतिनिधियों पर हमला हो रहा है?”
बता दें कि भवानीपुर में हंगामे के दौरान दिलीष घोष को भीड़ से निकालने के दौरान उनके सुरक्षाकर्मियों को बंदुक निकालना पड़ गया. दिलीप घोष ने कहा कि इस परिस्थिति में चुनाव संभव नहीं है. इस उपचुनाव को रद्द कर देना चाहिए. जब माहौल शांत होगा, तब चुनाव करवाया जाए.
बीजेपी नेता अग्निमित्रा पॉल ने कहा कि सीएम ममता बनर्जी सहित टीएमसी सरकार असहिष्णु है, हमें प्रचार करने की अनुमति नहीं दे रही है. टीएमसी के गुंडों ने हमारे कार्यकर्ताओं को प्रताड़ित किया, उन्हें पीटा. 30 सितंबर को मतदान करने से पहले फैसला लें.
वहीं, इससे पहले नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने कहा, “स्थिति बहुत गंभीर है और चुनाव आयोग कुछ नहीं कर रहा है. हमारी पार्टी की एक टीम उनसे दिल्ली में मिली और यहां भी (कोलकाता में) हमारा प्रतिनिधिमंडल उनसे कई बार मिला था लेकिन चुनाव आयोग ने अब तक कोई कार्रवाई नहीं की है.”
टीएमसी ने साधा निशाना
दिलीष घोष के सुरक्षाकर्मियों की तरफ से हथियार निकालने पर टीएमसी ने निशाना साधा है. टीएमसी ने कहा, “दिन के उजाले में जनता की तरफ बंदूक दिखाने की हिम्मत कैसे हुई? क्या लोगों को उन नेताओं के खिलाफ विरोध करने का अधिकार नहीं है जिनका वे समर्थन नहीं करते? मानवाधिकारों का ऐसा घोर उल्लंघन शर्मनाक है! यह भवानीपुर में लोगों की सुरक्षा और सुरक्षा से समझौता करता है!”