यूपी की सियासी जमात के बीच एक अनकही मान्यता है कि मुख्यमंत्री रहते हुए जो भी शख्स नोएडा पहुंचेगा, उसकी सत्ता छिन जाएगी. अपशगुन का ये चक्रव्यूह इतना खतरनाक माना जाता है कि 19 सालों में सिर्फ मायावती ने ही बतौर सीएम नोएडा का दौरा किया, लेकिन अब मौजूदा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस मिथक को तोड़ने नोएडा आ रहे हैं.
दरअसल, सीएम योगी आदित्यनाथ 25 दिसंबर को नोएडा-दिल्ली के बीच शुरू होने जा रही मेट्रो की नई लाइन शुभारंभ कार्यक्रम में शिरकत करेंगे. इस प्रोग्राम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को शामिल होना है. जिससे पहले यहां तैयारियों का जायजा लेने शनिवार को योगी आदित्यनाथ नोएडा पहुंच रहे हैं.
सीएम योगी आदित्यनाथ ने साफ अल्फाज में दावा किया कि नोएडा बस एक मिथक है और वो इसे तोड़कर रहेंगे. इसलिए एक नहीं दो-दो बार नोएडा की धरती पर कदम रखकर योगी आदित्यनाथ ये जताएंगे कि वो सियासत के साथ धर्म कर्म और पूजा पाठ में भले ही डूबे रहते हों लेकिन अंधविश्वासों से परे हैं चाहे ये अंधविश्वास उनकी कुर्सी से ही क्यों न जुड़ा हो.
नहीं पहुंचे अखिलेश
पिछली सरकार के मुखिया अखिलेश यादव 5 साल में एक बार भी नोएडा कदम रखने की हिम्मत नहीं जुटा पाए. नोएडा से जुड़ी कई योजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास अखिलेश ने लखनऊ बैठे बैठे ही कर डाला.
अब योगी आदित्यनाथ नोएडा आ रहे हैं, वो ऐसा करने वाले वो 29 साल में सिर्फ दूसरे मुख्यमंत्री होंगे. आदित्यनाथ ऐसे दूसरे मुख्यमंत्री हैं जो जानबूझ कर राजनीतिक रूप से ‘मनहूस’ माने जाने वाले नोएडा जाने की हिम्मत कर रहे हैं. इससे पहले पूर्व मुख्यमंत्री मायावती जानते-बूझते 2011 में नोएडा गई थीं और 2012 के चुनावों में उन्हें हार का मुंह देखना पड़ा था.
Live Halchal Latest News, Updated News, Hindi News Portal