औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (आईटीआई) की परीक्षाएं अब ऑनलाइन होंगी। इससे नकल व धांधली पर रोक लगेगी। स्टेट काउंसिल फॉर वोकेशनल ट्रेनिंग (एससीवीटी) की मार्च में होने वाली सेमेस्टर परीक्षाओं से इसकी शुरुआत की जाएगी।
माना जा रहा है कि इसके बाद नेशनल काउंसिल फॉर वोकेशनल ट्रेनिंग (एनसीवीटी) की परीक्षा में पूरे देश में यह प्रणाली लागू की जाएगी। आईटीआई की परीक्षा के दौरान हर साल नकल और धांधली की शिकायतें आती हैं।
कई निजी संस्थान इसमें संलिप्त होते हैं। कई बार तो परीक्षा में शामिल हुए बगैर छात्र की उत्तर पुस्तिका लिखने की शिकायतें आती हैं। इन सब पर रोक लगाने के लिए भारत सरकार के अधीन काम करने वाली एनसीवीटी ने पूरे देश भर में आईटीआई की परीक्षा ऑनलाइन कराने का प्रस्ताव तैयार किया है।
सभी राज्यों में इसे लागू करने की तैयारी है। कुछ राज्यों में इसमें समस्या आ रही है। वहां मामला कनेक्टिविटी, दूर-दराज में स्थित आईटीआई व इंफ्रास्ट्रक्चर की कमी की वजह से फंस रहा है। इसे दूर करने की कोशिश की जा रही है।
आईटीआई के स्टूडेंट्स की संख्या होती है कई गुना
वहीं उत्तर प्रदेश की एससीवीटी ने अपने यहां मार्च में होने जा रही सेमेस्टर परीक्षा ऑनलाइन कराने की घोषणा कर दी है। प्रदेश की ज्यादातर आईटीआई में इतनी बड़ी कंप्यूटर लैब नहीं है जिसमें ऑनलाइन परीक्षा कराई जा सके।
इसको देखते किसी निजी कंपनी की मदद लेने की तैयारी की जा रही है। इस साल हुई अनुदेशकों की पात्रता परीक्षा ऑनलाइन कराई गई थी। इस परीक्षा के मुकाबले आईटीआई के स्टूडेंट्स की संख्या कई गुना होती है, इसलिए व्यवस्था भी ज्यादा करनी होगी।
एससीवीटी मार्च में होेने वाली सेमेस्टर की परीक्षा ऑनलाइन कराने की तैयारी कर रहा है। इसके लिए जरूरी इंफ्रास्ट्रक्चर की व्यवस्था की जा रही है। कोशिश है कि परीक्षा ऑनलाइन हो। हम अपने स्तर से तैयारी कर रहे हैं।