एजेंसी/ ‘रागिनी एमएमएस’ और ‘डर एट द माल’ जैसी थ्रिलर फिल्में बनाने के बाद डायरेक्टर पवन कृपलानी अब एक बार फिर से साइकोलॉजिकल थ्रिलर फिल्म फोबिया’ लेकर आये है. आइए जानते है इस फिल्म के बारे में, कैसी है ये फिल्म?
क्या कहती है इस फिल्म की कहानी ? इस फिल्म में मुंबई के रहने वाली महक (राधिका आप्टे) की कहानी को दर्शाया गया है जो फोबिया से पीड़ित है, उसे अलग-अलग समय में कई सारे दृश्य दिखाई देते हैं जिसे देखकर वो डरती रहती हैं, खुद को घर के भीतर कैद कर लेती हैं.
इस फोबिया के कारण उसका दोस्त शान (सत्यदीप मिश्र) उसे एक नए अपार्टमेंट में शिफ्ट करता है लेकिन नए घर में भी कई सारी घटनाएं घटती रहती हैं जिसकी वजह से बहुत सारे उतार चढ़ाव सामने आते हैं, महक की हालत दिनो-दिन और बिगड़ती जाती है. कहानी में बहुत सारे मोड़ आते हैं और आखिरकार रिजल्ट सामने आते हैं.
डायरेक्शन- फिल्म का डायरेक्शन इसके हर एक फ्रेम में बखूबी नजर आता है। एक घर के भीतर होने वाली कई घटनाओं को दर्शाना काफी मुश्किल होता है, लेकिन पवन कृपलानी ने बखूबी निर्देशन किया है और फ्लैशबैक-प्रेजेंट की घटनाओं को अच्छे से दिखाया है. इस थ्रिलर फिल्म में कहीं-कहीं आपको डर की अनुभूति भी होती है.
अभिनय- राधिका आप्टे ने एक बार फिर से सिद्ध कर दिया है कि उनके भीतर एक बेहतरीन एक्ट्रेस बसती हैं. फिल्म में कई ऐसे सीन आते हैं, जहां उनकी एक्टिंग का ठहराव दिखाई पड़ता है. सत्यदीप मिश्रा ने भी अच्छा काम किया है.
संगीत- फिल्म का बैकग्राउंड स्कोर अच्छा है जो कहानी की रफ्तार में सहायक साबित होता है.
देखें या नहीं ? अगर एडल्ट हैं और थ्रिलर फिल्में देखना पसंद हैं तो एक बार जरूर देख सकते हैं.