10 साल पहले आज ही के दिन रावलपिंडी के लियाकत बाग में पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो की हत्या की गई थी. 27 दिसंबर 2007 की शाम को एक आत्मघाती हमले में 54 साल की बेनजीर की मौत हो गई थी. इस मामले में पाकिस्तान की अदालत ने कुछ लोगों को सजा सुनाई थी. लेकिन उनकी हत्या के पीछे की पूरी सच्चाई आज तक सामने नहीं आई. आइए जानते हैं बेनजीर की हत्या से जुड़ी कुछ खास बातें…

बीबीसी की एक रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान ने बेनजीर की हत्या की सच्चाई को सामने लाने की जगह, उस पर पर्दा डालने का काम किया. इसी साल अगस्त में एक अदालत ने बेनजीर की हत्या के मामले में दो पुलिस अधिकारियों को सजा सुनाई थी.
पाक की अदालत ने आपराधिक लापरवाही बरतने पर पुलिस वालों को 17 साल की कैद की सजा सुनाई थी.
बेनजीर भुट्टो किसी मुस्लिम देश का नेतृत्व करने वालीं पहली महिला थीं.
15 साल के सुसाइड बॉम्बर ने पाकिस्तानी तालिबान के कहने पर बेनजीर को मारने के लिए धमाका किया था. उसका नाम बिलाल था.
बेनजीर भुट्टो पाकिस्तान में लोकतांत्रिक रूप से चुने गए पहले प्रधानमंत्री जुल्फिकार अली भुट्टो की बेटी थीं. उनके पिता को मिलिट्री शासनकाल के दौरान फांसी पर लटका दिया गया था.
मौत से पहले बेनजीर तीसरी बार पाकिस्तान की पीएम बनने के लिए प्रयास कर रहीं थीं.
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