कहते हैं ज्ञान कहीं से भी मिले, बेहिचक ले लेना चाहिए। ऑस्ट्रेलियाई फंड मैनेजर जॉन हेंप्टन ने इसी सूत्र वाक्य को अपनी प्रफेशनल लाइफ का आधार बना लिया है। ब्लूमबर्ग में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, वह हर शुक्रवार को अपने सिडनी बीच वाले घर से चंपत हो जाते हैं। कई बार वह थाइलैंड की राजधानी बैंकॉक में आपको वह वेश्याओं से बातचीत करते मिल जाएंगे। वह वेश्याओं से हेयर डाइ के बारे में भी बात कर लेते हैं जिसका इस्तेमाल वे करती हैं।
टैक्स अधिकारी से हेज फंड हेड बने हेम्पटन करोड़पति निवेशक बिल ऐकमैन से लड़ते भी देखा जा सकता है जो कहते हैं कि हेंप्टन पागल हैं। लेकिन, हेंप्टन की कंपनी ब्रॉन्ट कैपिटल मैनेजमेंट पीटीवाइ ने वैलिएंट फार्मास्युटिकल्स इंटरनैशनल इंक पर दांव लगाया और खूब पैसे बनाए। वहीं, हर्बललाइफ में हिस्सेदारी से भी उन्होंने खूब कमाई की। इन दोनों की बदौलत हेंप्टन ऐकमैन के मुकाबले खड़ा हो गए और अब भी मजबूती से डटे हैं।
हालांकि, हेंप्टन ज्यादातर शॉर्ट सेलिंग के लिए मशहूर हैं लेकिन उनकी असली कमाई लॉन्ग टर्म शेयरों से ही होती है। 49 वर्षीय हेंप्टन ने एक इंटरव्यू में कहा, ‘हमारे पास शॉर्ट टर्म शेयरों से बहुत ज्यादा लॉन्ग टर्म शेयर हैं एवं आगे लॉन्ग टर्म शेयरों से और ज्यादा कमाई की उम्मीद कर रहा हूं।’ 1990 के दशक में हेंप्टन ने ऑस्ट्रेलियन ट्रेजरी में नौकरी की, लेकिन 1999 में उन्होंने प्लैटिनम ऐसेट मैनेजमेंट के दरवाजे पर दस्तक दे दी। यह कंपनी करोड़पति केर निल्सन ने खड़ी की थी और साल 2007 तक हेंप्टन उनके जूनियर पार्टनर बन चुके थे। 39 साल की उम्र में रिटायरमेंट लेने वाले हेंप्टन ने बताया कि उन्होंने साल 2009 में ब्रॉन्ट की स्थापना की जब उनकी पत्नी ने कहा कि वह घर छोड़ दें वरना उन्हें तलाक दे देंगी।
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