महिलाओं और युवतियों के साथ हो रहीं उत्पीड़न की घटनाओं को पुलिस गंभीरता से नहीं ले रही है। रविवार को एक ऐसा ही मामला सामने आया है। घर में घुसकर एक मुस्लिम युवक ने किशोरी से दुष्कर्म का प्रयास किया। विरोध पर आरोपित ने अपने साथियों संग मिलकर महिलाओं से मारपीट की। शोर शराबा होने पर लोगों ने मुख्य आरोपित की पकड़ कर पिटाई कर दी और पुलिस के हवाले कर दिया, लेकिन पुलिस ने उसे थाने से ही छोड़ दिया। इससे आहत किशोरी ने सोमवार को जहरीला पदार्थ खा लिया। तनाव को देखते हुए पुलिस ने फिर से आरोपित को पकड़ कर जेल भेज दिया है। मेरठ में इलाज करा रही पीड़िता की हालत गंभीर बताई गई है।
थाना क्षेत्र के एक गांव निवासी पीड़िता की मां ने बताया कि रविवार को तीन मुस्लिम युवक उनके पड़ोसी के घर आए थे। कुछ ही देर बाद तीनों युवक उनके घर में घुस गए। उस समय वह अपनी दो बेटियों के साथ घर पर मौजूद थीं। एक युवक ने उसकी नाबालिग बेटी के साथ दुष्कर्म का प्रयास किया। विरोध करने पर तीनों आरोपितों ने उसके साथ-साथ उसकी दोनों बेटियों की पिटाई कर दी। शोर सुनकर मोहल्ले के लोग आ गए और मुख्य आरोपित युवक को पकड़कर पीटा, जबकि उसके साथी भाग गए। जानकारी मिलने पर गांव पहुंची पुलिस के हवाले आरोपित युवक कर दिया गया। पीड़िता की मां का आरोप है कि वह मुकदमा दर्ज कराने थाने पहुंची
पुलिस ने अपनी मनमर्जी से तहरीर लिखवा ली।
इधर, सोमवार शाम जब पीड़िता की मां थाने से मुकदमे की प्रति लेने जा रही थी, तभी उन्हें पता चला कि पुलिस ने गांव के ही एक जनप्रतिनिधि के दबाव में आकर आरोपित को छोड़ दिया है। इसका पता चलते ही पीड़िता ने जहरीला पदार्थ खा लिया। स्वजन बेटी को लेकर बड़ौत सीएचसी पहुंचे। उसकी हालत को देखते हुए डाक्टरों ने उसे मेरठ रेफर कर दिया।
उधर, एसओ संजय कुमार ने बताया कि मारपीट के आरोप में ग्रामीणों ने एक युवक को पुलिस को सौंपा था। पीड़िता की तहरीर पर मारपीट का मुकदमा दर्ज कर सोमवार को आरोपित को जेल भेज दिया। स्वजन ने दुष्कर्म के प्रयास की जानकारी नहीं दी थी और न ही अन्य दो युवकों के बारे में बताया था।