पूर्वांचल के माफिया डॉन प्रेम प्रकाश सिंह उर्फ मुन्ना बजरंगी की आज सुबह बागपत जेल में हत्या कर दी गई। जेल में हुई इस वारदात से शासन-प्रशासन हिल गया। जेल में इस हत्या के बाद जेलर समेत चार कर्मियों को निलंबित कर दिया गया है।
मुन्ना बजरंगी के शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल लाया गया है। मुन्ना बजरंगी को बागपत के बहुजन समाज पार्टी के पूर्व विधायक लोकश दीक्षित से रंगदारी मांगने के मामले में झांसी जेल से बागपत में अदालत में पेश करने के लिए रविवार रात नौ बजे एंबुलेंस से लाया गया था। उसे थाना खेकड़ा के अब्दुलपुर गांव के बागपत जेल में रखा गया था।
आज सुबह करीब जैसे ही उसे बैरक से बाहर निकाला गया वैसे ही उसपर अंधाधुंध गोलियां बरसा दी गई। मुन्ना बजरंगी को दस गोली लगी। उसकी मौके पर ही मौत हो गई। बजरंगी के वकील ने जेल में बंद कुख्यात सुनील राठी पर हत्या का आरोप लगाया है। दोपहर को मुन्ना बजरंगी के शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल लाया गया। अस्पताल में मुन्ना बजरंगी की पत्नी सीमा सिंह समेत परिवार के अन्य लोग भी पहुंच गए हैं।