उत्तराखंड में मौसम का मिजाज फिर तल्ख हो सकता है। भारी बारिश के कारण बदरीनाथ हाईवे पर पीपलकोटी के पास भनारपानी व लामबगड़ में बंद है। भनारपानी में अचानक भू-स्खलन से हाईवे पर गुजर रहा ट्रक दब गया। चालक और हैल्पर ने भाग कर जान बचाई। वहीं, मौसम विभाग ने देहरादून और हरिद्वार समेत पांच जिलों के लिए बहुत भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। प्रदेश में 60 से ज्यादा संपर्क मार्गो पर आवाजाही अब भी बाधित है। श्रीनगर के पास मलबा आने से बदरीनाथ हाईवे 11 घंटे बंद रहा। पिथौरागढ़ जिले में चीन सीमा को जोड़ने वाला लिपुलेख मार्ग तीसरे दिन भी नहीं खोला जा सका। इधर दून और मसूरी में रात को बारिश के बावजूद सुबह से उमस बेचैन कर रही है। हालांकि, आसमान में बादल छाये हुए हैं और शाम तक हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है। आसपास के क्षेत्रों में भी तेज बौछारों के एक से दो दौर हो सकते हैं। देहरादून का तापमान 31 डिग्री सेल्सियस बना हुआ है।
प्रदेश में मानसून भले ही 23 जून से सक्रिय हो चुका है, लेकिन इसने रफ्तार इसी माह पकड़ी। इस दौरान दो बार बादल फटने की घटनाएं हो चुकी हैं। मलबा आने से सड़कों का बंद होने का सिलसिला बना हुआ है। गुरुवार को बदरीनाथ के पास हाईवे पर मलबे की चपेट में आने से कार क्षतिग्रस्त हो गई। कार में सवार दो लोग बाल-बाल बच गए। इसके अलावा पिथौरागढ़ जिले के नामिक गांव में भूस्खलन से पंचायत घर और पैदल मार्ग क्षतिग्रस्त हो गया। राज्य मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के अनुसार प्रदेश में शुक्रवार और शनिवार को भारी से भारी बारिश के आसार बन रहे हैं। इस दौरान देहरादून और हरिद्वार के साथ ही पौड़ी, नैनीताल और ऊधमसिंह नगर में मौसम के तेवर तल्ख रह सकते हैं। वहीं शनिवार को टिहरी, उत्तरकाशी, अल्मोड़ा और चम्पावत में भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना है।
दून में उमस ने किया बेहाल
दून में गुरुवार को सुबह से ही बादलों और धूप की आंख-मिचौनी चलती रही। बारिश न होने के कारण दिनभर उमस ने बेचैनी बढ़ाई। दून में दोपहर बाद कुछ क्षेत्रों में तेज बौछारे पड़ी। इसके साथ ही दून का अधिकतम तापमान सामान्य से तीन डिग्री सेल्सियस अधिक दर्ज किया गया। मसूरी में अधिकतम पारे में सामान्य से छह डिग्री सेल्सियस का इजाफा रहा।
चमोली में एनडीआरएफ तैनात
चमोली जिले में मानसून सीजन के लिए एनडीआरएफ की तैनाती कर दी गई है। चमोली के पुलिस अधीक्षक यशवंत सिंह चौहान ने बताया कि तीस सदस्यीय टीम को संवेदनशील स्थानों पर तैनात किया गया है।