गुरमीत राम रहीम की ख़ास राजदार हनीप्रीत इंसा ने पूछताछ के पहले चरण में भले ही पुलिस को गुमराह किया हो लेकिन अब पुलिस की थोड़ी सख्ती के सामने वह टूटने लगी है. आख़िर उसने कबूल कर लिया है कि पंचकुला हिंसा में उसी का हाथ था. उसी के इशारे पर कुछ भड़काऊ वीडियो सोशल मीडिया में वायरल किए गए थे.
पुलिस सूत्रों के मुताबिक हनीप्रीत इंसा ने डेरा समर्थकों को उकसाने के लिए कुछ भड़काऊ वीडियो सोशल मीडिया में वायरल किए थे. इन वीडियोज में देश के खिलाफ नारे लगाए जाने का वीडियो भी शामिल था. इस वीडियो के ज़रिए डेरा के कई सेवदारों ने धमकी दी थी कि यदि गुरमीत राम रहीम को सज़ा दी गई तो पूरे हिन्दुस्तान को दुनिया के नक्शे से मिटा दिया जाएगा. इसी नारे के आधार पर हनीप्रीत सहित सात लोगों के खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज किया गया है.
पुलिस सूत्रों के मुताबिक हनिप्रीत ने डेरा के कारिंदों के मार्फत पहले डेरा समर्थकों को देश विरोधी नारे लगाने के लिए उकसाया और फिर उसके बाद सबूत के तौर पर वीडियो मंगवा कर उनको खुद सोशल मीडिया में पोस्ट किया.
उधर, पुलिस ने कोर्ट को बताया है कि जांच टीम ने हनीप्रीत का मोबाइल फ़ोन बरामद करना है, जिसमें देशद्रोह के वीडियो मौजूद हैं. इन वीडियोज की जानकारी हनीप्रीत ने खुद पुलिस को दी है.
पुलिस इसके अलावा हनीप्रीत का लैपटॉप भी बरामद करना चाहती है, जिसमें कथित तौर पर पंचकुला हिंसा से संबंधित गाइड मैप और डेरा प्रमुख के नज़दीकियों की तैनाती का ड्यूटी रॉस्टर है.
हनीप्रीत का मोबाइल फ़ोन कहां छिपा कर रखा गया है, इसको लेकर भी हनीप्रीत और उसकी साथी सुखदीप कौर पुलिस को गोल-गोल घुमा रहे हैं. कभी वे कहते हैं कि फ़ोन पंजाब के तरन-तारन में है, तो कभी उत्तर प्रदेश के बिजनौर में बताते हैं और कभी बठिंडा में सुखदीप कौर के भाई के पास. हनीप्रीत को दोषी ठहराने के लिए उसका मोबाइल फ़ोन, लैपटॉप और डायरी को बरामद करना पुलिस के लिए ज़रूरी है.
13 लोगों के खिलाफ देशद्रोह का मामला
जिन लोगों के खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज हुआ है, उनमें हनीप्रीत इंसा, डा. आदित्य इंसा, पवन इंसा, दिलावर इंसा, महेंद्र इंसा, सुरेंद्र धीमान इंसा, हनीप्रीत के निजी सचिव राकेश कुमार अरोड़ा, गुरमीत राम रहीम के ड्राइवर इकबाल सिंह की पत्नी सुखदीप कौर, चमकौर सिंह, गोविंद राम, प्रदीप गोयल, दान सिंह और खरैती लाल सहित कुल 13 लोगों के नाम शामिल हैं.