लखनऊ.यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने भी रविवार को फिल्म ’पद्मावती’ का विरोध किया। उन्होंने कहा, जब तक पद्मावती फिल्म के विवादित हिस्से को नहीं निकाला जाएगा, तब तक हम यूपी में फिल्म को रिलीज होने नहीं देंगे। बता दें, पद्मावती पर जारी विवाद के बीच फिल्म की रिलीज डेट आगे बढ़ा दी गई है। फिल्म के मेकर्स Viacom 18 मोशन पिक्चर्स ने खुद ही इसकी रिलीज डेट आगे बढ़ा दी है। पहले इसे 1 दिसंबर को रिलीज किया जाना था। 
आगे पढ़िए और क्या बोले केशव प्रसाद मौर्य…
-केशव प्रसाद मौर्य ने कहा, ”मैंने स्पष्ट तौर से कहा है कि जब तक पद्मावती में से विवादित अंश को नहीं निकाला जाएगा, उसे यूपी में प्रदर्शन की अनुमति नहीं दी जाएगी।”
-”महारानी पद्मावती का जो चरित्र है, उन्होंने अलग प्रकार से स्थान बनाने का काम किया। उन्होंने मुगलों के आधीन होने की जगह और अपने को समर्पित करने की जगह अपने स्तित्व की रक्षा के लिए जौहर की ज्वाला में जलीं। मैं उनको नमन करता हूं।”
-”मनोरंजन कर उत्तर प्रदेश मंत्री मैं तब तक यहां पर फिल्म को प्रदर्शित करने की अनुमति नहीं दूंगा। जब तक यूपी के अंदर प्रदर्शन करने से पहले उस फिल्म में से वह विवादित अंश निकाल कर बाहर नहीं कर दिया जाएगा।”
-”यूपी सरकार ने पहले ही ये स्पष्ट कर दिया है कि अगर फिल्म का प्रदेश में प्रदर्शन होता है तो यहां कानून व्यवस्था बिगड़ सकती है।
फिल्म पद्मावती को लेकर विवाद क्यों है?
– बता दें, दीपिका पादुकोण, शाहिद कपूर और रणवीर सिंह स्टारर पद्मावती 1 दिसंबर को रिलीज होने वाली थी, लेकिन विरोध के चलते डेट बढ़ा दी गई है। डायरेक्टर संजय लीला भंसाली हैं। फिल्म का राजस्थान में करणी सेना, बीजेपी लीडर्स और हिंदूवादी संगठन विरोध कर रहे हैं। उनका आरोप है कि इतिहास से छेड़छाड़ कर फिल्म बनाई जा रही है।
– राजपूत करणी सेना का मानना है कि इस फिल्म में पद्मिनी और खिलजी के बीच ड्रीम सीक्वेंस फिल्माए जाने से उनकी भावनाओं को ठेस पहुंची है। लिहाजा, फिल्म को रिलीज से पहले राजपूत प्रतिनिधियों को दिखाया जाना चाहिए।
– हालांकि, भंसाली साफ कर चुके हैं कि ड्रीम सीक्वेंस फिल्म में है ही नहीं।
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