कैरेबियाई द्वीप समूह में तबाही मचाने के बाद फ्लोरिडा की ओर बढ़ रहे इरमा तूफान को लेकर भारतीय दूतावास ने खास इंतजाम किए हैं। चार देशों में रह रहे प्रवासी भारतीय समुदाय के लोगों के साथ लगातार संपर्क बनाए रखने के लिए खास इंतजाम किए गए हैं। विदेश मंत्रालय के अधिकारी स्थिति पर निगाह रखे हुए हैं। तीन देशों में स्थित भारतीय दूतावासों में विशेष डेस्क बनाए गए हैं और सहायता संपर्क के लिए फोन नंबर जारी किए गए हैं। विदेश मंत्रालय ने शनिवार को कहा कि वह भयंकर तूफान इरमा से प्रभावित अमेरिका, वेनेजुएला, फ्रांस और नीदरलैंड में रहने वाले प्रवासी भारतीय समुदाय के संपर्क में है और स्थिति पर नजर रखे हुए है।
फ्लोरिडा की ओर तूफान के बढ़ने की पुष्टि होने के साथ 50 लाख लोगों को इलाका खाली करने के लिए कहा गया है। रविवार तक यह तूफान फ्लोरिडा पहुंचेगा। इरमा तूफान को द्वितीय विश्व युद्ध में इस्तेमाल किए गए कुल बमों से दो गुना ज्यादा ताकतवर बताया जा रहा है।
चार देशों में स्थित भारतीय दूतावासों को सतर्क कर दिया गया है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने आपात स्थिति में भारतीयों के संपर्क के लिए वेनेजुएला, नीदरलैंड, फ्रांस स्थित भारतीय दूतावास का टेलीफोन नंबर ट्वीट कर बताया है। नीदरलैंड स्थित भारतीय दूतावास ने विदेश मंत्रालय को जानकारी दी है कि वे डेनमार्क सरकार के साथ संपर्क में हैं। वेनेजुएला के काराकस में स्थित दूतावास भी सेंट मार्टिन में स्थिति पर नजर रख रहा है और वहां रह रहे सभी भारतीयों के मदद के लिए जरूरी उपाय कररहा है। हेल्पलाइन नंबरों (वेनेजुएला- +58 4241951854/4142214721, नीदरलैंड- +31247247247 और फ्रांस- 0800000971) पर आपातकालीन स्थिति में फंसे भारतीय संपर्क कर सकते हैं।
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विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने बताया कि पीड़ित भारतीयों को बगैर समय गंवाए सहायता प्रदान करने के लिए नई दिल्ली से स्थानीय अधिकारियों को निर्देश भेजे गए हैं। नई दिल्ली में विदेश मंत्रालय उन देशों के अपने दूतावासों के निरंतर संपर्क में है। रवीश कुमार ने एक के बाद एक किए गए ट्वीट में कहा, ‘तूफान इरमा के कारण नुकसान के बाद वेनेजुएला, नीदरलैंड, फ्रांस और अमेरिका में हमारे दूतावास और संस्थान लगातार स्थिति पर नजर रखे हुए हैं। वे हरसंभव सहायता मुहैया कराने के लिए इरमा से प्रभावित भारतीय समुदाय और स्थानीय अधिकारियों के साथ लगातार संपर्क में हैं।’ इरमा पांचवीं श्रेणी का तूफान है। इसमें 260 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चल रही हैं। क्यूबा के कामुई आर्किपेलागो में तबाही मचाने के बाद तूफान फ्लोरिडा की ओर बढ़ रहा है। तूफान के कारण कैरेबियाई द्वीपों पर कम से कम 19 लोगों की मौत हो गई और हजारों घरों को नुकसान पहुंचा है। क्यूबा और बहामा में सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है।
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इरमा तूफान के फ्लोरिडा पहुंचने के मद्देनजर 56 लाख लोगों को जगह खाली करने को कहा गया है। इनमें भारतीय मूल के हजारों लोग भी शामिल हैं। फ्लोरिडा में जारी चेतावनी में कहा गया है कि जिन लोगों से इलाका खाली करने को कहा गया है, वे तुरंत ऐसा करें। अगर वे ऐसा नहीं करते हैं तो इरमा के टकराने के बाद उन्हें राहत व बचाव दलों के पहुंचने की उम्मीद नहीं करनी चाहिए। इरमा तूफान को द्वितीय विश्व युद्ध में इस्तेमाल किए गए कुल बमों से दो गुना ज्यादा ताकतवर बताया जा रहा है। विशेषज्ञों ने इसकी शक्ति सात लाख करोड़ वाट्स आंकी है। द्वितीय विश्व युद्ध में परमाणु बम समेत इस्तेमाल हुए सभी बमों की ताकत तीन लाख करोड़ वाट आंकी गई थी। इरमा को दो अन्य तूफानों- जोस और केटिया का साथ मिल गया है। इससे यह और भी खतरनाक हो गया है। इरमा से करीब तीन करोड़ लोगों के प्रभावित होने की आशंका है। कैरेबियाई द्वीप सेंट मार्टिन को इरमा ने भारी नुकसान पहुंचाया है। यह द्वीप 95 फीसद तक बर्बाद हो चुका है।