इंटेलीजेंस ब्यूरो और स्थानीय खुफिया टीमें देर रात तक पीटर से पूछताछ करती रहीं। उसके खिलाफ सरोजनीनगर थाने में पासपोर्ट अधिनियम की कई धाराओं में केस दर्ज किया गया है।
हवाई अड्डा चौकी प्रभारी अखिलेश द्विवेदी ने बताया कि नाइजीरियाई नागरिक ने बांग्लादेश की किसी महिला के वीजा का नंबर लेकर फर्जी पासपोर्ट व वीजा तैयार किया और उस पर अपनी फोटो लगाकर लखनऊ से दुबई जा रही एयर इंडिया की दोपहर 2.50 बजे की फ्लाइट (आईएक्स 193) का टिकट बुक कराया था। एयरपोर्ट पर औपचारिकताएं पूरी करने के दौरान एमीग्रेशन पर उसके वीजा के फर्जी होने का खुलासा हुआ। उसके पास से 11 फोन व दो लैपटॉप मिले हैं।
खुफिया एजेंसियां तलाश रहीं कई सवालों के जवाब
नाइजीरियाई पीटर 6 साल में देश में कहां-कहां रहा? अपनी पहचान के लिए किसकी आईडी इस्तेमाल की? आजीविका के लिए क्या करता था? बांग्लादेशी महिला के वीजा नंबर पर फर्जी वीजा कैसे तैयार किया? लखनऊ कब आया और कहां रुका था? उसकी मदद करने वाले कौन लोग थे? खुफिया एजेंसी इन सवालों के जवाब तलाश रही हैं।
हवाई अड्डा चौकी के प्रभारी अखिलेश द्विवेदी ने बताया कि शुक्रवार को फर्जी पासपोर्ट के सहारे दुबई जाने की कोशिश कर रहे पीटर को अमौसी एयरपोर्ट पर हिरासत में लिया गया। मामले की जानकारी पाकर सरोजनीनगर पुलिस मौके पर पहुंची और नाइजीरियाई नागरिक को थाना ले आई। पूछताछ में उसने बताया कि दुबई से दूसरी फ्लाइट से उसे नाइजीरिया जाना था।
फिलहाल, आइरे पीटर के खिलाफ पासपोर्ट अधिनियम की विभिन्न धाराओं में प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है। खुफिया एजेंसियों के अधिकारियों की टीम उससे पूछताछ कर रही है। बातचीत के दौरान पुलिस और खुफिया टीमें भाषा की समस्या से जूझती रहीं। शनिवार को दुभाषिए की मदद से आगे की जानकारी हासिल करने की बात पुलिस ने कही है।