बरेली। कालाधन सफ़ेद करने वाले एक गिरोह का भंडाफोड़ हो गया। बारादरी पुलिस ने मिली सूचना के आधार पर अपराधियों को जाल बिछाकर दबोचा। मामले में पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है। मुख्य सरगना की तराश जारी है। पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है।
कालाधन सफ़ेद करते पकड़ा
रुहेलखंड चौकी इंचार्ज रघुवीर सिंह यादव ने मुखबिर की सूचना पर करेंसी बदलने वाले मास्टरमाइंड कृष्ण पाल सिंह को फोन कर पांच लाख के पुराने रुपये नये नोटों में बदलने का लालच दिया। दोनों के बीच सत्रह प्रतिशत कमीशन पर डील तय हुई।
बताया जा रहा है कि केपी सिंह ने दो युवकों को तीन लाख बारह हजार रुपये के नये-पुराने वैध नोटों के साथ करेंसी बदलने के लिए भेज दिया।
अदला-बदली का काम शुरू करने से पहले ही दो लोगों को पुलिस ने दोहरा मोड़ से गिरफ्तार कर लिया।
पकड़े गये दोनों युवकों में से एक इंटररमीडिएट और एक बीए फाइनल इयर का छात्र है। पुलिस दोनों से पूछताछ के आधार पर इनके मास्टरमाइण्ड की तलाश में जुट गई है।
वहीं आर्थिक अपराध होने के नाते पुलिस ने मामले की जानकारी इनकम टैक्स विभाग को भी दे दी और मुकदमा दर्ज कर लिया है।