श्रीनगर। जार्जिया में रह रही कश्मीरी मूल की 17 वर्षीय अप्रवासी (एनआरआई) लड़की ने पीएम मोदी के नाम पत्र लिखा है। इस पत्र में उसने प्रधानमंत्री से कश्मीरियों की अनसुनी आवाज सुनने का आग्रह किया है।
पीएम मोदी से संचार व्यवस्था खुलवाने का किया आग्रह
अमेरिका के जॉर्जिया में रह रही फातिमा शाहीन ने पत्र में लिखा है, ‘आदरणीय प्रधानमंत्री, अगर हम कश्मीरी लोगों का ख्याल रखते हैं तो उनको स्वंतत्रता से वंचित करने के लिए हम घाटी में सभी तरह की संचार व्यवस्था को बंद करके रास्ता नहीं निकाल सकते। हमें उनकी बात को सुनने के लिए सभी माध्यमों को खुला रखना होगा क्योंकि ऐसा नहीं है कि सभी कश्मीरी इसके लिए पूछ रहे हैं इस किशोरी ने पत्र में लिखा है कि रिश्तेदारों से मुलाकात के लिए वह 10 जुलाई को कश्मीर गई थी।’
शाहीन ने कहा, ‘प्रधानमंत्री जी, मैं खबरें देख रही हूं, फ्रांस के नीस में हुए हमले को दिखाया जा रहा है, इसके बाद तुर्की में तख्तापलट की कोशिश से जुड़ी खबरों को, साथ ही दक्षिणी भारत में मॉनसून से जुड़ी खबरों को लेकिन कश्मीर से जुड़ी खबरें कहां हैं? इस कारण मैं कभी नहीं जान सकती थी कि मेरे गृह शहर में इतने लंबे समय तक क्या चल रहा है, उसने दावा किया कि किसी को भी कश्मीर के लोगों की चिंता नहीं है लेकिन सभी राज्य की जमीन चाहते हैं।
इस किशोरी ने लिखा, ‘हर कोई कश्मीर चाहता है लेकिन यहां के लोगों की परवाह किसी को नहीं है। यदि हमने कश्मीर के लोगों की परवाह की होती तो हम लोगों के इस विचार की परवाह नहीं करते कि बुरहान वानी आतंकी था या शहीद। हमें यह समझने की जरूरत है कि एक अच्छे छात्र ने कलम की जगह बंदूक (गन) को अपने करियर के रूप में क्यों चुना।’