देहरादून: इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) में 21 जनवरी को होने जा रही संयुक्त कमांडर कांफ्रेंस के दौरान कोई चूक न हो इसलिए तमाम सरकारी विभागों ने अपनी-अपनी तैयारी पूरी कर ली है। कमांडर कांफ्रेंस के दौरान ड्यूटी में लगे पुलिस कर्मियों को सतर्क रहने के लिए कहा गया है। आशंका है कि कोई फर्जी पुलिस या फर्जी आर्मी का सहारा लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जान को खतरा पंहुचा सकता है।
अपर पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) राम सिंह मीणा का कहना है कि संदिग्ध लोग सुरक्षा घेरे को तोड़ने के लिए आर्मी और पुलिस वर्दी का दुरुपयोग प्रयोग कर सकते है, ऐसे में एक मज़बूत सुरक्षा चक्र तैयार किया जाएगा। आईएमए परिसर पूरी तरह जीरो जोन रहेगा।
ड्यूटी में तैनात होने वाले अधिकारियों और कर्मियों को अच्छी तरह से ब्रीफ किया गया है। एडीजी ने कहा कि आईएमए परिसर में तो सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम रहेंगे, लेकिन बाहर की जिम्मेदारी पुलिस के पास रहेगी। ड्यूटी स्थल को आसपास चेक करने के साथ मोबाइल फोन के इस्तेमाल पर प्रतिबंध रहेगा।
मोदी की जान को खतरा से सुरक्षा एजेंसियों में मचा हडकंप..
कमांडर कांफ्रेंस में तैनात सभी कर्मचारियों को फोटो युक्त पहचान पत्र दिया जाएगा ताकि संदिग्ध सुरक्षा घेरे के आसपास भी न भटक पाएं। यातायात पुलिस को निर्देश दिए गए कि ऐसी व्यवस्था की जाए, जिससे लोगों को ज्यादा परेशानी न हो।
आईजी अभिसूचना एपी अंशुमन, गढ़वाल आयुक्त विनोद शर्मा, डीआईजी पुष्पक ज्योति, जिलाधिकारी रविनाथ रमन, एसएसपी स्वीटी अग्रवाल जैसे तमाम बड़े अधिकारियों ने सुरक्षा व्यवस्थाओं पर विचार विमर्श किया।
एसएसपी ने बताया कि शुक्रवार को रिहर्सल और शनिवार को कार्यक्रम के दौरान आईएमए परिसर पूरी तरह जीरो जोन रहेगा। साथ ही संदिग्धों की धरपकड़ के लिए अभियान चलाया गया है।
कमांडर कांफ्रेंस के दौरान पुलिस अधीक्षक 10, एएसपी एक, पुलिस उपाधीक्षक 14, इंस्पेक्टर 12, थानाध्यक्ष तीन, उप निरीक्षक 79, महिला उप निरीक्षक छह, हैड कांस्टेबल 21, कांस्टेबल 218, महिला कांस्टेबल 11, पीएसी की तीन कंपनी मौजूद रहेगी।
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