चुनाव आयोग ने कहा है कि राजस्थान के राज्यपाल कल्याण सिंह ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का समर्थन करने संबंधी बयान देकर चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन किया है. आयोग ने इस मामले में अपनी जांच पूरी कर ली है और इसके निष्कर्ष से राष्ट्रपति को जल्द ही अवगत कराया जाएगा. आयोग के सूत्रों ने मंगलवार को इस मामले में की गई जांच पूरी होने की पुष्टि करते हुए बताया कि सिंह संवैधानिक पद पर आसीन हैं, इसलिए आयोग अपनी जांच रिपोर्ट से राष्ट्रपति को पत्र लिख कर अवगत कराएगा.
बता दें कि कल्याण सिंह ने हाल ही में उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में बीजेपी कार्यकर्ताओं और नेताओं से लोकसभा चुनाव में बीजेपी को जिताने की अपील की थी. आयोग ने इसे आचार संहिता लागू रहने के दौरान संवैधानिक पद पर आसीन व्यक्ति का राजनीतिक बयान माना है. सिंह ने अपने बयान में कहा था, ”हम सभी लोग भाजपा के कार्यकर्ता हैं. मोदी जी दुबारा प्रधानमंत्री बनें.”
आयोग ने इस पर संज्ञान लेते हुए अलीगढ़ के जिलाधिकारी से मामले की विस्तृत रिपोर्ट मांगी थी. इसकी जांच में सिंह के खिलाफ आरोप की पुष्टि हुई है. इससे पहले 1990 में हिमाचल प्रदेश के तत्कालीन राज्यपाल गुलशेर अहमद द्वारा बेटे के लिए प्रचार करने पर आयोग ने नाराजगी जताई थी. बाद में अहमद ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था.