दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र भारत के लोकसभा चुनाव परिणाम को जानने की उत्सुकता जितनी आप में है उतनी ही पाकिस्तान में भी है। ऐसा इसलिए क्योंकि पाकिस्तान की मीडिया में यहां का लोकसभा चुनाव अपने शुरुआती चरण से ही सुर्खियों में रहा है।
मतदान के पहले चरण से ही पाकिस्तान की मीडिया में इसको लेकर उत्सुकता लगातार दिखाई भी दी है। पाकिस्तान मीडिया की बात करें तो अंतिम चरण के मतदान के बाद जब भारतीय मीडिया में एग्जिट पोल दिखाया जा रहा था उस वक्त भी वहां की मीडिया ने इसको अपनी सुर्खियों में शामिल किया था। ऐसा इसलिए भी है क्योंकि पड़ोसी देश होने के नाते दोनों देशों की नीतियां एक दूसरे को देखकर ही तैयार की जाती हैं। ऐसे में पड़ोसी देश में कौन सी सरकार बनेगी या बनने वाली है, इसको लेकर हमेशा सरकार की उत्सुकता बरकरार रहती है।
कूटनीति की भाषा में कहें तो लोकसभा चुनाव परिणाम ऐसे समय में घोषित होने वाले हैं जब लंबे समय के बाद शंघाई कोर्पोरेशन ऑर्गेनाइजेशन (Shanghai Cooperation Organization) के दौरान भारतीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी से अनौपचारिक मुलाकात की थी।
यह मुलाकात मीडिया की सुर्खियां उस वक्त बनी जब कुरैशी ने कहा कि सुषमा उनके लिए खासतौर पर भारत से स्वीट्स लेकर आई थीं। एससीओ के विदेश मंत्रियों के विदेश मंत्रियों की यह बैठक किर्गिस्तान में हुई थी।चुनाव परिणामों पर पाकिस्तान की निगाह की बात करें तो इमरान खान पहले ही इस तरह का बयान दे चुके हैं कि यदि भारत में दोबारा पीएम मोदी की सरकार बनी तो यह दोनों देशों के लिए फायदे का सौदा होगा, क्योंकि मोदी ही दोनों देशों के विवादित मुद्दों को सुलझाने की काबलियत रखते हैं।