भारत ने कई मौकों पर पाकिस्तान को कश्मीर का राग अलापने पर अंतरराष्ट्रीय मंच पर धूल चटाई है लेकिन पाक पर इसका कोई प्रभाव नहीं पड़ा है। पाक प्रधानमंत्री अब्दुल खाकान अब्बासी ने इस्तांबुल यात्रा के दौरान एक बार फिर कश्मीर राग छेड़ते हुए इस मुद्दे पर भारत का साथ देने वाले अमेरिका को नसीहत दी है।
अब्बासी ने कहा है कि आतंकवाद के खिलाफ पाकिस्तान ने काफी कुछ कर लिया, अब अमेरिका समेत दूसरों की पहल करने की बारी है। उन्होंने चेताया कि अफगानिस्तान में दूसरों की असफलताओं पर पाकिस्तान को बलि का बकरा नहीं बनाया जा सकता।
पाक पीएम ने कश्मीर मुद्दे पर भारतीय पक्ष को अवैध तक करार दे डाला और अंतरराष्ट्रीय समुदाय के हस्तक्षेप की मांग की है। पाक अखबार पाकिस्तान टुडे ने तुर्की के एक अखबार सबाह के हवाले से अब्बासी के बयान से संबंधित रिपोर्ट प्रकाशित की है। रिपोर्ट के मुताबिक अब्बासी ने कहा है कि सफल ऑपरेशनों की मदद से पाकिस्तान ने अफगानिस्तान के साथ लगी सीमा पर आतंकवादियों का खात्मा किया है। उन्होंने कहा कि हमने अपने हिस्से का काफी कुछ कर दिया है, हम मांग करते हैं कि अमेरिका और दूसरे देश अपना काम करें।
आगे अब्बासी ने चेताया कि अफगानिस्तान में दूसरे देशों की असफलताओं पर पाकिस्तान बलि का बकरा नहीं बनेगा। अब्बासी ने कहा कि इस क्षेत्र (अफगानिस्तान) में आतंकवाद और कट्टरता के खिलाफ लड़ाई में पाकिस्तान को जितना नुकसान हुआ उतना अमेरिका और नाटो को मिलाकर भी नहीं हुआ है। पाकिस्तान ने अमेरिका की नई अफगान नीति की भी आलोचना की है। अब्बासी ने कश्मीर मुद्दा उठाते हुए कहा कि वहां आत्मनिर्णय की मांग की सजा कश्मीरियों को दी जा रही है। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में 7 लाख से अधिक भारतीय फौजी हैं और यह दुनिया का सबसे बड़ा सैन्य क्षेत्र बना हुआ है।