जयपुर में फिल्म ‘पद्मावती’ के सेट पर की गई तोड़फोड़ और निर्देशक संजय लीला भंसाली के साथ हुई मारपीट की घटना काफी निंदनीय है। आपको बता दें कि करणी सेना का कहना है कि ‘पद्मावती’ में इतिहास से छेड़छाड़ की गई है। फिल्म रानी पद्मावती, राजा रवल रतन सिंह और अल्लाउद्दीन खिलजी के बारे में है। बॉलीवुड के लगभग सभी कलाकार इस घटना के बाद काफी गुस्से में है।
अब इस मामले में ‘पद्मावती’ की स्टारकास्ट दीपिका पादुकोण, रणवीर सिंह और शाहिद कपूर का भी रिएक्शन आया है। इन तीनों ने भी इस घटना की निंदा की है।
इस पूरे मामले पर दीपिका पादुकोण का कहना है कि इस घटना से उन्हें गहरा दुख पहुंचा है। जहं तक इतिहास से छेड़छाड़ की बात है वो भरोसा दिलाती हैं कि इसमें कुछ भी गलत नहीं दिखाया जाएगा। सबकी सोच ये है कि दुनिया तक इस कहानी को सही तरीके से पहुंचाया जा सके।
फिल्म के हीरो रणवीर सिंह ने भी इस मामले में कहा है कि पूरी टीम फिल्म पद्मावती को इतिहास और राजपूतों की भावनाओं का ख्याल रखकर बना रही है। उन्होंने कहा कि संजय लीला भंसाली भारत के सच्चे और अच्छे निर्देशक हैं। जो हुआ वो नहीं होना चाहिए था।
वहीं फिल्म के एक और हीरो शाहिद कपूर ने भी इस मामले में ट्वीट करते हुए कहा कि ये बहुत दुख पहुंचाने वाली घटना है। हिंसा को कभी स्वीकार नहीं किया जाएगा। इस घटना से वो पूरी तरह शॉक्ड हैं। देश को सोचना होगा कि हम कहां जा रहे हैं।
आपको बता दें कि फिल्म ‘पद्मावती’ के सेट पर की गई तोड़फोड़ और मारपीट से सहमे संजय लीला भंसाली वापस अपने घर लौट आए हैं। भंसाली की टीम की तरफ से जारी किए गए बयान के मुताबिक जयपुर में दो फिल्मों की शूटिंग और राजस्थान से बेहद लगाव के बावजूद संजय लीला भंसाली ने अपने क्रू मेंबरो की सुरक्षा का ध्यान रखते हुए ‘पद्मावती’ के सेट पर हुई घटना के बाद शूटिंग रोकने और शहर छोड़ने का फैसला किया है।
पेरिस में उनके ओपेरा को मिली प्रशंसा के बाद भंसाली ने पद्मावती जैसी खूबसूरत और साहसी रानी पर फिल्म बनाने का फैसला किया था।
बयान में ये कहा गया है कि फिल्म में अलाउद्दीन खिलजी और रानी पद्मावती के बीच कोई आपत्तिजनक सीन है। बहुत ही सावधानी से रिसर्च कर फिल्म बनाई जा रही है। ‘पद्मावती’ के सेट पर हुआ हमला बहुत ही गलत था और इससे जयपुर की इमेज को भी नुकसान पहुंचा है।
संजय लीला भंसाली की तरफ से जारी किए गए स्टेटमेंट में कहा गया है कि वो किसी की भावनाओं को ठेस नहीं पहुंचना चाहते और स्थानीय जनता से फिल्म को पूरा करने में समर्थन चाहते हैं। भंसाली को इस बात का पूरा भरोसा है कि मेवाड़ की जनता इस फिल्म पर गर्व करेगी। अब सही में सोचने वाली बात ये ही कि जब फिल्म के बारे में आधिकारिक तोर पर कुछ बोला ही नहीं गया था तो करणी सेना ने इस तरह की हरकत क्यों की।