नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नोटबंदी के फैसले के बाद से देश में अलग-अलग प्रतिक्रियाएं देखने को मिल रही हैं। कोई पीएम के फैसले से खुश है तो कोई नाखुश। लेकिन इस बात में कोई दो राय नहीं कि देश की आम जनता ने पीएम मोदी के नोटबंदी के फैसले का समर्थन किया है। परेशानियों के बावजूद लोग पीएम के साथ खड़े नजर आ रहे हैं। लेकिन देश में कुछे ऐसे भी लोग हैं, जो नोटबंदी पर अफवाएं फैलाकर पीएम मोदी को बदनाम करना चाहते हैं।
पत्रकार फैला रहे अफवाह
नोटबंदी से जितनी परेशानी आम जनता को नहीं हो रही, उससे ज्यादा कुछ मीडियावालों को हो रही है। देश के कुछ प्रतिष्ठित पत्रकारों ने पीएम के फैसले को गलत बताया और अपनी बात को सच साबित करने के लिए वो जनता के बीच झूठी खबरें फैला रहे हैं।
देश के एक नामी हिन्दी अखबार ने पीएम पर आरोप लगाया है कि मोदी के फैसले की वजह से 30 हजार करोड़ का नुकसान हुआ। उन्होंने कहा कि कैशलेस ट्रांजैक्शन की बात करने वाली सरकार अपना ही 30 हजार करोड़ रुपये गंवा चुकी है। इसमें गौर करने वाली बात यह है कि जिस 30 हजार करोड़ की बात यह मीडिया संस्थान कर रहा है, वो कांग्रेस सरकार के वक्त गवांए गए थे।
खबरों के मुताबिक विपक्ष के कुछ नेता सरकार को बदनाम करने के लिए एटीएम की लाइन में अपने लोगों को खड़ा कर सरकार की बुराई करवा रहे हैं। जिससे यह दिखाया जा सके कि आम जनता पीएम के फैसले के खिलाफ है।