निकारगुआ पुलिस ने विपक्ष के समाचार पत्र के कार्यालयों पर छापेमारी की है. साथ ही कई मानवाधिकार एवं कार्यकर्ता समूहों के संचालन के परमिट भी रद्द कर दिए. पीड़ितों ने बताया कि नौ पुलिस अधिकारी कार्यालय में राइफलों के साथ शुक्रवार देर रात दाखिल हुए और लोगों को धक्का देना शुरू कर दिया. उन्होंने कुछ लोगों की पिटाई भी की और पत्रकारों का मजाक भी उड़ाया. पत्रकार कार्लोस फर्नांडो चामोरो के उन्हें उनके समाचार पत्र ‘कॉन्फिडेन्शियल‘ और न्यूज चैनल ‘एस्टा सेमाना‘ और एस्टा नोचे’ के कार्यालयों पर बिना वारंट के छापेमारी करने की चुनौती देने के बाद पुलिस ने यह कार्रवाई की.
चामोरो ने पत्रकारों से कहा, “पुलिस के पास कोई वारंट नहीं था…इसलिए यह निजी संपत्ति, प्रेस की स्वतंत्रता और मुक्त उद्यम पर एक सशस्त्र हमला है.” छापेमारी के बाद ‘कॉन्फिडेन्शियल‘ का मुख्य द्वार सील कर दिया गया. पुलिस ने कामकाज के उपकरण और दस्तावेज सील कर दिए. चामोरो ने पुलिस मुख्यालय जाकर उपकरण वापस देने की मांग की और कहा कि समाचार पत्र और टेलीविजन कार्यक्रम “वाणिज्यिक रजिस्टर में पंजीकृत निजी कम्पनियां हैं, और उन संगठनों के साथ कुछ लेना देना नहीं है जिन्हें निशाना बनाया जा रहा है.”
मनागुआ में ‘निकारागुअन सेंटर फॉर ह्यूमन राइट्स’ (सीईएनआईडीएच) और चार अन्य एनजीओ के कार्यालयों पर भी कब्जा कर लिया गया और सांसदों ने उनके संचालन के परमिट भी रद्द कर दिए.