इस दौरान पार्षदों को उनसे जुड़े सभी कामकाज और भत्तों कि जानकारी दी गई. म्युनिसिपल सेक्रेटरी संगीता बंसल ने पार्षदों को मिलने वाली सुविधाएं जैसे भत्ते, नई मोबाइल चिप और लैपटॉप इत्यादि जानकारी दी तो वहीं विधि अधिकारी, ए.के. गुप्ता ने दिल्ली नगर निगम अधिनियम और इसके प्रावधानों, अनुच्छेद के बारे में जानकारियां दी.
प्रैस एवं सूचना विभाग में निदेशक योगेन्द्र सिंह मान ने मीडिया के साथ व्यवहार और निगम की तरफ से किस को प्रैस को सम्बोधित किया जा सकता है, के बारे में जानकारी दी. इसके साथ ही उन्होंने मीडिया/प्रैस को निगम की बैठकों व अन्य कार्यक्रमों में आमंत्रित करने की प्रक्रिया से भी नवनिर्वाचित पार्षदों को अवगत कराया.
वरिष्ठ कांग्रेस के नेता एवं पूर्व पार्षद रोशन लाल आहूजा ने नवनिर्वाचित पार्षदों को नागरिकों के साथ व्यवहार के लिए सुझाव दिए. उन्होंने कहा कि उन्हें नागरिकों को हमेशा सम्मान देना चाहिए. हमेशा उनकी समस्याओं का हल निकालने की कोशिश करनी चाहिए चाहे वह निगम से संबंधित न हो. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि निगम पार्षदों को हमेशा अपने आप को नगर सेवक के रूप में जानना चाहिए न कि नगर पिता के जैसे जैसा कि पहले कभी इस नाम से जाना जाता था.