जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) से लापता छात्र नजीब अहमद की तलाश में दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच की टीम मंगलवार को फिर पहुंची। क्राइम ब्रांच ने जेएनयू में पहुंचकर स्टॉफ क्वार्टर और कैंपस के रिज एरिया में फिर से सर्च ऑपरेशन शुरू किया। बता दें कि सोमवार को भी दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने खोजी कुत्तों के साथ सात घंटे तक सर्च ऑपरेशन चलाया, लेकिन उसका कोई सुराग नहीं लगा था। सोमवार को 600 पुलिसकर्मियों की टीम ने पांच खोजी कुत्तों के साथ नजीब के माही-मांडवी हॉस्टल के अलावा गर्ल्स-ब्वॉयज हॉस्टल व जंगल की खाक छानी थी। पहले दिन पुलिस कैंपस के 60 फीसद हिस्से की ही छानबीन कर सकी थी। यही वजह है कि सर्च ऑपरेशन मंगलवार को भी जारी है। गौरतलब है कि नजीब की मां फातिमा की याचिका पर हाई कोर्ट ने 14 दिसंबर को दिल्ली पुलिस को आदेश दिया था कि खोजी कुत्ते के साथ पूरे जेएनयू परिसर में नजीब की तलाश की जाए। डीसीपी डॉ. रामगोपाल नाइक के नेतृत्व में सोमवार को पुलिसकर्मियों की टीम सुबह दस बजे जेएनयू पहुंची। टीम के साथ छह माउंटेड पुलिस गार्ड भी थी। एसीपी, इंस्पेक्टर के नेतृत्व में अलग-अलग टीमों ने हॉस्टल के अलावा शैक्षिक क्षेत्र में सर्च ऑपरेशन शुरू किया। फातिमा भी माही-मांडवी हॉस्टल पहुंचीं। टीम ने फातिमा के साथ हॉस्टल में सर्च ऑपरेशन साढ़े ग्यारह बजे शुरू किया। खोजी कुत्तों को नजीब के कपड़े, जूते सुंघाए। कुत्ते नजीब के कपड़े और अन्य सामान को सूंघने के बाद हॉस्टल से बाहर नहीं निकले। सभी छात्रों के कमरों की तलाशी ली गई। छात्रों से भी पूछताछ की। माही के अलावा साबरमती, पूर्वाचल, पेरियार व महिला छात्रावासों में भी तलाशी ली गई। महिला छात्रावासों में अलमारी एवं बैग की तलाशी लेने पर छात्र-छात्राओं ने पुलिस के रवैये पर सवाल उठाया।
नजीब के खाते में नहीं हुआ लेनदेन
क्राइम ब्रांच ने नजीब अहमद के खातों की भी जांच की। 8 दिसंबर को नोटबंदी के बाद से नजीब के खाते में लेनदेन के आंकड़े खंगाले गए। जेएनयू में मौजूद नजीब के खाते में नोटबंदी के बाद लेनदेन नहीं हुआ।
छुट्टियों के बाद होगा लाई-डिटेक्टर टेस्ट
क्राइम ब्रांच संदेह के घेरे में रहे छात्रों एवं पुलिस जांच में संदिग्ध पाए जाने वाले लोगों का लाई-डिटेक्टर टेस्ट करने की तैयारी कर ली है। डीसीपी क्राइम ब्रांच डॉ. रामगोपाल नाइक का कहना है कि छुट्टियां समाप्त होने के बाद सभी का लाई-डिटेक्टर टेस्ट कराया जाएगा।
नजीब की मां ने उठाए सवाल
दिल्ली पुलिस की कार्रवाई से नजीब की मां फातिमा संतुष्ट नहीं हैं। उन्होंने कहा कि जो कार्रवाई पुलिस को दो घंटे के अंदर करनी चाहिए, उसे वह दो महीने के बाद कोर्ट के आदेश पर कर रही है। आखिर अब पुलिस को क्या मिलेगा। मैं बस इतना चाहती हूं कि मुझे मेरा बेटा मिल जाए और मैं उसे लेकर वापस चली जाऊं। अब नजीब को जेएनयू में नहीं पढ़ाना है।