अध्यापकों के पद खाली
सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों में शिक्षकों व प्रधानाचार्यों की भर्ती करने वाली संस्था उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड का गठन अब तक सरकार नहीं कर पाई है। एलटी ग्रेड मोर्चा समेत अन्य संगठन इसके लिए आंदोलनरत हैं। शिक्षा को लेकर सरकार के दावे हैं, लेकिन जब शिक्षकों के पद ही खाली होंगे तो शिक्षा का हाल आसानी से समझा जा सकता है। माध्यमिक शिक्षक संघ के प्रदेशीय मंत्री डॉ़ आरपी मिश्र के मुताबिक तकरीबन 40 हजार पद शिक्षकों के खाली हैं।
सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों में शिक्षकों व प्रधानाचार्यों की भर्ती करने वाली संस्था उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड का गठन अब तक सरकार नहीं कर पाई है। एलटी ग्रेड मोर्चा समेत अन्य संगठन इसके लिए आंदोलनरत हैं। शिक्षा को लेकर सरकार के दावे हैं, लेकिन जब शिक्षकों के पद ही खाली होंगे तो शिक्षा का हाल आसानी से समझा जा सकता है। माध्यमिक शिक्षक संघ के प्रदेशीय मंत्री डॉ़ आरपी मिश्र के मुताबिक तकरीबन 40 हजार पद शिक्षकों के खाली हैं।
हालांकि सरकार रिक्तियों की संख्या 26 हजार के करीब मान रही है। एलटी ग्रेड मोर्चा ने 17 जनवरी तक बोर्ड गठित न होने पर आमरण अनशन की चेतावनी दी है। यही हाल उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग का भी है। यहां भी प्रभात मित्तल के इस्तीफा देने के बाद से आयोग भंग है। तमाम अनुदान वाले कॉलेजों में शिक्षकों के पद खाली हैं और भर्तियां रुकी हैं।