भारत को पहली बार 1983 में विश्व चैंपियन का खिताब दिलाने वाले ‘हरियाणा हरिकेन’ कपिल देव ने धोनी से वनडे टीम की कमान लेकर कोहली कौ सौंपने के मुद्दे पर बड़ा बयान दिया है। उनकी राय कई दिग्गजों से अगल है। कपिल देव का मानना है कि धोनी को फिलहाल वनडे और टी-20 टीम का कप्तान बने रहने देना चाहिए। उन्होंने कहा कि धोनी के पास कप्तानी का अच्छा अनुभव है। वह जब तक इस काम को बेहतर तरीके से कर रहे हैं तब तक उन्हें कप्तान बनाए रखना चाहिए। उन्होंने कहा कि धोनी टेस्ट कप्तान के रूप में कोहली बहुत बढ़िया प्रदर्शन कर रहे हैं लेकिन कई बार इस तरह की बातें उठती हैं कि कोहली को वनडे और टी-20 की कप्तानी सौंपने का वक्त आ गया है। कपिल ने कहा कि ऐसे लोगों से सवाल पूछना चाहिए कि क्या हम उस स्थिति में हैं कि धोनी को पीछे हटने के लिए कह सकें। उन्होंने आगे कहा कि मुझे लगता है कि उनमें अभी टीम का नेतृत्व करने के लिए पर्याप्त दमखम है। जब समय आएगा धोनी क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट खेलना छोड़ देंगे। मेरा मानना है कि यह समय बेहद महत्वपूर्ण है। धोनी बतौर कप्तान अच्छा कर रहे हैं। उनके पास अच्छा खासा अनुभव है और उन्हें कप्तानी करते रहना चाहिए। जब कपिल से धोनी और कोहली की कप्तानी के बीच तुलना करने को कहा गया तो उन्होंने कहा कि इस सवाल का जवाब देना जल्दबाजी होगी। दो व्यक्ति एक जैसे नहीं होते ठीक वैसा अंतर धोनी और कोहली की कप्तानी में है। कोहली आक्रामक हैं तो धोनी संयमित और शांत। मुझे लगता है कि दोनों की बीच तुलना करना बेहद मुश्किल है और दोनों की टीमों और एटीट्यूड में बहुत अंतर है। स्थितियां बदल गई हैं। कल आप पूछेंगे कि क्या इन दोनों की तुलना सौरव गांगुली से कर सकते हैं। इसलिए हर कप्तान का अपनी अलग शैली होती है वह अपने तरीके से टीम का गठन करता है। वह अपने तरीके से टीम में आक्रामकता का समावेश करता है खिलाड़ियों को उत्साहित करता है। आप आक्रामक हैं या नहीं इससे कोई फर्क नहीं पड़ता।लेकिन ये सभी चीजें इस बात पर निर्भर करती हैं कि क्या इससे टीम को अच्छे परिणाम मिल रहे हैं या नहीं।भारतीय तेज गेंदबाजों की तारीफ करते हुए कपिल ने कहा इन सभी ने अपने खेल में बेहद सुधार किया है। यह 140 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार की बात नहीं है तेजी के साथ लाइन लेंथ भी जरूरी है। यदि आप 135 किमी की रफ्तार से गेंदबाजी करते हैं और मूवमेंट हासिल करते हैं तो ये पर्याप्त नहीं है। यदि आपके पास तेजी है तो आपको हमेशा उसका फायदा मिलेगा। आजकल युवा गेंदबाज उसपर काम कर रहे हैं। यह देखकर अच्छा लगता है कि भुवनेश्वर, इशांत, उमेश और शमी सभी तेज गति से गेंदबाजी कर सकते हैं। घर की तुलना में विदेश में टीम इंडिया के प्रदर्शन के बारे में जब कपिल से पूछा गया तो कपिल ने कहा कि विदेशी सरजमीं पर हमारा प्रदर्शन लगातार सुधर रहा है। यदि इंग्लैंड को छोड़ दें तो हमने वेस्टइंडीज और ऑस्ट्रेलिया में बेहतर प्रदर्शन किया है। मुझे लगता है कि भारत के विदेश में प्रदर्शन में सुधार हुआ है। यदि आप विदेश में मैच नहीं जीतेंगे तो आप नंबर एक टीम नहीं बन सकते। दिन-रात के टेस्ट के बार में कपिल देव ने कहा कि हमारे यहां घरेलू क्रिकेट में इसका परीक्षण हो रहा है। लेकिन मेरी राय है कि क्रिकेट का पारंपरिक स्वरुप बना रहना चाहिए, जिस तरह विंबल्डन हमेशा से ग्रास कोर्ट पर खेला जाता है। आप रंगीन कपड़ों में टेस्ट क्रिकेट नहीं खेल सकते