कैंपस में छात्रा से छेड़छाड़ से विवादों में आए बीएचयू ही नहीं बल्कि उत्तर प्रदेश के अधिकर उच्च शिक्षण संस्थानों में छात्राएं या महिला कर्मी सुरक्षित नहीं हैं। यह खुलासा यौन उत्पीड़न पर विश्वविद्यालयों और कॉलेजों से यूजीसी को भेजी गई रिपोर्ट में हुआ है।
रिपोर्ट के अनुसार एक साल में देशभर के विश्वविद्यालयों में यौन उत्पीड़न के 103 मामले हुए, जिसमें से 23 मामले यूपी के विश्वविद्यालयों के हैं। खास बात यह है कि रिपोर्ट के अनुसार बीएचयू में इस तरह की एक भी घटना नहीं हुई है।
यूपी में 23, हरियाणा में 15, पंजाब और दिल्ली में 12-12 मामले
यूजीसी ने मई 2017 में देशभर के विश्वविद्यालयों और कॉलेजों से यौन उत्पीड़न पर एक साल की रिपोर्ट (एक अप्रैल 2016 से 31 मार्च 2017) मांगी थी। इसमें उन्हें बताना था कि कुल कितने मामले रिपोर्ट हुए हैं और किस प्रकार की कार्रवाई की गई। लंबित मामलों की जानकारी भी मांगी गई थी।
मानव संसाधन विकास मंत्रालय से जुड़े एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक, 15 जुलाई तक विश्वविद्यालयों द्वारा भेजी गई रिपोर्ट में कुल 103 मामले दर्ज हैं, जिसमें से 23 यूपी के हैं। इसमें अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय, अंबेडकर यूनिवर्सिटी, शारदा यूनिवर्सिटी का नाम शामिल है।
रिपोर्ट के मुताबिक, पंजाब में कुल 12 केस दर्ज हैं, जिसमें 12 मामले पंजाब यूनिवर्सिटी चंडीगढ़ के हैं। हरियाणा के कुल 15 मामले, उत्तराखंड के विश्वविद्यालयों में छह मामले और दिल्ली में 12 मामले दर्ज हैं।