विवाह के बाद लड़की का गोत्र बदल जाता है. चूंकि पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने फिरोज गांधी से शादी के बाद धर्म परिवर्तन नहीं किया इसलिए वे कश्मीरी ब्राह्मण ही रहीं. उनका दाह संस्कार भी वैदिक रीति रिवाज से हुआ. इसलिए इंदिरा के बेटे राजीव गांधी और संजय गांधी दोनों का गोत्र वही रहेगा जो मां का था. पंडित ओमकार नाथ शास्त्री ने कहा कि चूंकि फिरोज गांधी पारसी थे इसलिए उनका कोई अपना गोत्र नहीं था, यदि इंदिरा अपना धर्म परिवर्तन कर लेतीं तो उनका गोत्र भी समाप्त हो जाता, जैसा नहीं हुआ.
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के गोत्र को लेकर छिड़े सियासी घमासान के बीच कश्मीर पंडितों के धर्मगुरु और वैदिक शास्त्र के जानकार पंडित ओमकार नाथ शास्त्री का कहना है कि राहुल ने अपने गोत्र को लेकर जो दावा किया था वो सही है.
उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने भी इटली की सोनिया गांधी से विवाह किया. लेकिन राजीव ने भी अपना धर्म परिवर्तन नहीं किया. इसलिए राजीव को उनकी मां का गोत्र मिला, इसी तरह राजीव का गोत्र उनके पुत्र राहुल गांधी को मिला. इसलिए राहुल गांधी का दावा सही है कि वे कौल ब्राह्मण हैं और उनका गोत्र दत्तात्रेय है. ओमकार नाथ शास्त्री ने कहा कि शास्त्रों का अध्ययन ठीक से किया जाए तो ऐसे नियम हैं जिसमें मां का गोत्र बच्चों को मिलता है.
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कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने चुनाव प्रचार के दौरान पुष्कर के ब्रह्मा मंदिर में दर्शन के दौरान अपनी जाति कश्मीरी कौल ब्राह्मण और दत्तात्रेय गोत्र बताया था. दरअसल चुनाव प्रचार के दौरान राहुल ने कई मंदिरों में दर्शन किए. इसी दौरान बीजेपी ने सवाल उठाया कि वे अपना गोत्र बताएं. इससे पहले गुजरात चुनाव के दौरान सोमनाथ दर्शन के समय राहुल गांधी के धर्म को लेकर विवाद छिड़ गया था. जिसके बाद कांग्रेस ने बाकायदे प्रेस कॉन्फ्रेंस राहुल गांधी के जनेऊ पहने फोटो जारी किए और उन्हें जनेऊधारी ब्राह्मण बताया गया.
देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू कश्मीरी ब्राह्मण थे, जिनके बाद की वंशावली में उनकी बेटी इंदिरा गांधी का जिक्र भी कश्मीरी पंडित के तौर पर मिलता है क्योंकि उन्होंने एक पारसी फिरोज गांधी से विवाह के बाद अपना धर्म परिवर्तन नहीं किया.