देहरादून: उत्तराखंड क्रांति दल के केंद्रीय नेता एवं पूर्व मंत्री दिवाकर भट्ट ने कहा कि राजधानी की लड़ाई अंजाम तक पहुंचने के बाद ही अब दम लिया जाएगा। इसके लिए जनता का सहयोग जरूरी है। शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार उनकी प्राथमिकता है।
राजधानी के नकरौंदा स्थित पिंडर वैली में आयोजित कार्यक्रम में पहुंचे पूर्व मंत्री दिवाकर ने कहा कि उक्रांद एक बार फिर प्रदेश में सबसे बड़ा विकल्प बनकर खड़ा होने को तैयार है। उन्होंने आंदोलनकारियों, बेरोजगारों, छात्रों तथा मातृशक्ति से अपील करते हुए कहा कि वे उक्रांद की मुहिम से जुड़े। जनता की ताकत साथ होने के बाद जनविरोधी पार्टियों को उखाड़ फेंका जा सकता है।
उन्होंने कहा कि राजधानी में स्थित मलिन बस्तियों की समस्या का हल निकालना पार्टी की प्राथमिकता होगी। उन्होंने कहा कि आगामी 20 मार्च को भराड़ीसैंण विधानसभा का घेराव करके उक्रांद राजधानी की लड़ाई का बिगुल फूंकेगी। उत्तराखंड राज्य का जन्म पर्वतीय क्षेत्रों के विकास के लिए हुआ है और उस विकास का रास्ता तराई तथा मैदानों से होते हुए गुजरता है।
कार्यक्रम में युवा नेता लक्ष्मीकांत भट्ट के नेतृत्व में सैकड़ों लोगों ने दूसरी पार्टियां छोड़ उक्रांद की सदस्यता ग्रहण की है। कार्यक्रम में संरक्षक बीडी रतूड़ी, महानगर अध्यक्ष संजय क्षेत्री, केंद्रीय महामंत्री जयप्रकाश उपाध्याय, उम्मेद सिंह, सुनील ध्यानी, लताफत हुसैन, शांति प्रसाद भट्ट, सुशील ममगाईं, मनोज, सुरेंद्र बुटोला, सुरेंद्र रावत, गौरव उनियाल, प्रताप कुमार, बिलास गौड़ आदि मौजूद रहे।