भाजपा को नए अध्यक्ष के लिए फरवरी में संभावित दिल्ली विधानसभा चुनाव तक इंतजार करना पड़ सकता है। ऐसे में गृह मंत्री बनने के बाद वर्तमान अध्यक्ष अमित शाह हरियाणा, महाराष्ट्र और झारखंड के बाद अब दिल्ली विधानसभा चुनाव की भी सीधी जिम्मेदारी संभालेंगे। माना जा रहा है कि दिल्ली विधानसभा चुनाव के तत्काल के बाद कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा को पार्टी की सीधी कमान दे दी जाएगी।
दरअसल अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए 50 फीसदी राज्यों में संगठन चुनाव जरूरी है। यह सिलसिला पार्टी मकर संक्रांति के बाद शुरू करेगी। इसी दौरान दिल्ली विधानसभा चुनाव की घोषणा हो जाएगी। आमतौर पर लोकसभा या विधानसभा चुनाव के जारी रहते भाजपा अध्यक्ष पद का चुनाव नहीं करती है। ऐसे में पार्टी को नया अध्यक्ष फरवरी के दूसरे हफ्ते के बाद ही मिलने की संभावना है।
नड्डा संभालेंगे कमान
जेपी नड्डा को कार्यकारी अध्यक्ष बना कर पार्टी ने उन्हें ही अध्यक्ष बनाने का संदेश काफी पहले दे दिया है। कार्यकारी अध्यक्ष बनने के बाद नड्डा का राष्ट्रीय स्तर पर प्रवास करा कर भी पार्टी ने इस आशय का संदेश दिया है। अगर नड्डा फरवरी में अध्यक्ष पद की कमान संभालते हैं तो उनके सामने पहली चुनौती बिहार विधानसभा और दूसरी पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव की होगी।
इसके बाद मंत्रिमंडल विस्तार संभव
दिल्ली विधानसभा चुनाव की घोषणा के बाद इसी महीने के अंतिम सप्ताह से संसद का बजट सत्र शुरू हो जाएगा। बजट पेश करने के बाद फरवरी के पहले हफ्ते में सत्र का पहला चरण पूरा हो जाएगा। दिल्ली विधानसभा चुनाव संपन्न होने के बाद भाजपा में सांगठनिक फेरबदल को भी तत्काल अंजाम दिया जाएगा। इसके बाद मोदी सरकार की दूसरी पारी का पहला विस्तार किए जाने की संभावना है।