जम्मू-कश्मीर विधान परिषद के पूर्व सदस्य और नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता त्रिलोचन सिंह वजीर की हत्या के मामले की जांच अब दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच करेगी। दिल्ली पुलिस ने इस संबंध में दर्ज की गई एफआईआर को क्राइम ब्रांच में ट्रांसफर कर दिया है। वजीर का शव गुरुवार को पश्चिमी दिल्ली में मोतीनगर स्थित एक फ्लैट में मिला था। पुलिस ने बताया कि इस बाबत हत्या का मामला दर्ज किया है।
दिल्ली पुलिस के जनसंपर्क अधिकारी चिन्मॉय बिस्वाल ने गुरुवार को बताया कि इस मामले को क्राइम ब्रांच को स्थानांतरित कर दिया गया है और स्पेशल सेल जांच में उनकी मदद करेगी।
पुलिस ने बताया कि 67 वर्षीय वजीर का शव बसई दारापुर इलाके में फ्लैट के वॉशरूम में सड़ी-गली अवस्था में मिला था। उनके सिर पर प्लास्टिक लपेटा गया था। उनकी जान-पहचान वाले हरप्रीत सिंह (31) ने यह फ्लैट किराये पर लिया था।
पुलिस ने बताया कि वजीर दो सितंबर को दिल्ली आए थे और तब से हरप्रीत सिंह और उसके दोस्त हरमीत सिंह के साथ रह रहे थे। हरप्रीत और हरमीत दोनों फरार हैं और उनका पता लगाने के लिए कई टीमों का गठन किया गया है। पुलिस के मुताबिक, उनकी कॉल डिटेल रिकॉर्ड खंगाली जा रही है और उनके छुपने की संभावित जगहों पर छापे मारे जा रहे हैं।
वजीर के भाई ने दावा किया कि जम्मू निवासी वजीर को अपने परिवार से मिलने के लिए दो सितंबर को कनाडा के लिए फ्लाइट लेनी थी। जब कई दिनों तक उनकी कोई खबर नहीं मिली तो उनके परिवार ने जम्मू पुलिस को सूचित किया जिसने दिल्ली पुलिस से संपर्क किया।
दिल्ली पुलिस को गुरुवार को मोती नगर में एक फ्लैट से बदबू आने की शिकायत भी मिली थी। घटनास्थल पर पहुंचने के बाद जब पुलिस ने दरवाजा खोला तो टॉयलेट में एक शव सड़ी-गली हालत में पाया। मृतक की शिनाख्त त्रिलोचन सिंह वजीर के रूप में उनके एक जानकार ने की थी।
डीसीपी उर्विजा गोयल ने बताया था कि शरीर पर चोटों की असल वजह का पता केवल पोस्टमॉर्टम के बाद ही लग पाएगा जिसके लिए डॉक्टरों का एक बोर्ड गठित किया गया है।
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि जांच में पता चला है कि पीड़ित के परिवार के सदस्यों ने वजीर के बारे में पता करने के लिए जब हरप्रीत को फोन किया तो उसने कहा कि नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता दो सितंबर को कनाडा रवाना हो गए थे और फ्रैंकफर्ट में कोविड से संक्रमित होने के बाद क्वारंटाइन में हैं। इस पर परिवार को शक हुआ और उन्होंने जम्मू में अपने रिश्तेदारों से संपर्क किया।