नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्य सचिव अंशु प्रकाश से कथित मारपीट, बदसलूकी के मामले दिल्ली पुलिस ने देवली से आप विधायक प्रकाश जारवाल को हिरासत में ले लिया है. पुलिस जारवाल से पूछताछ कर रही है. अंशु प्रकाश ने अमानतुल्लाह सहित कुछ अन्य विधायकों पर सीएम केजरीवाल के घर उनके साथ मारपीट करने का आरोप लगाया था. हालांकि, जरवाल ने भी कहा था कि उन्होंने मुख्य सचिव के खिलाफ एससी-एसटी आयोग में शिकायत दी है.
इससे पहले आप विधायक प्रकाश जरवाल ने कहा था कि हमने मुख्य सचिव के खिलाफ एससी-एसटी आयोग में शिकायत दर्ज कराई है. जरवाल ने कहा, हमने उनसे कहा कि लोगों को दवा जैसी आधारभूत सुविधाएं नहीं मिल रही हैं. इस पर मुख्य सचिव चीखते हुए बोले कि मैंने दलितों की ठेकेदारी नहीं ले रखी है. उनका गुस्सा आसमान पर था. उन्होंने कहा कि तुम विधायक बनने लायक नहीं हो, मैं सिर्फ एलजी को जवाब दूंगा.
बहरहाल, मुख्य सचिव से मारपीट का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. आईएएस दानिक्स और अधीनस्थ सेवा कर्मचारी संघ काम नहीं करने की बात पर अड़ा है. वहीं इस मामले में अह गृह मंत्रालय ने भी रिपोर्ट तलब की है. उधर, आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला भी तेज हो गया है. आप नेता-विधायक जहां मुख्य सचिव पर आरोप लगा रहे हैं वहीं, कर्मचारी काम के बहिष्कार पर अड़े हैं.
दिल्ली प्रशासनिक अधीनस्थ सेवा अध्यक्ष डीएन सिंह ने मुख्य सचिव अंशु प्रकाश से कथित मारपीट पर कहा कि जब तक इस मामले में कार्रवाई नहीं होती, हम काम पर नहीं लौटेंगे. आज हम इसके विरोध में राजघाट पर कैंडल मार्च निकालेंगे. गृह मंत्री ने भी इस पर रिपोर्ट तलब की है.
राजनाथ ने मांगी रिपोर्ट
वहीं, इस घटना पर गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने दुख जताया. उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार के मुख्य सचिव के साथ जो हुआ है उससे मैं आहत हूं. सरकारी अफसरों को इज्जत के साथ और बिना किसी डर के काम करने दिया जाना चाहिए. गृह मंत्रालय ने उपराज्यपाल से इस संबंध में रिपोर्ट मांगी है. इस मामले में न्याय किया जाएगा. आईएएस दानिक्स और अधीनस्थ सेवाओं के प्रतिनिधियों ने आज मुझसे मुलाकात की थी और पूरे मामले से अवगत कराया था.