दार्जिलिंग के चौकबाजार इलाके में वीरवार को कुछ अज्ञात नकाबपोश व्यक्तियों ने गोरखा जनमुक्ति मोर्चा (जीजेएम) के एक दफ्तर में आग लगा दी। इसी बीच पार्टी ने दावा किया कि उसे वार्ता के लिए पश्चिम बंगाल सरकार से कोई औपचारिक निमंत्रण नहीं मिला है। आज इस पहाड़ी क्षेत्र में अनिश्चितकालीन हड़ताल का 57 वां दिन था।
वीरवार तड़के पार्टी दफ्तर पर पेट्रोल बम फेंके गए। इस आग में पूरा दफ्तर जलकर खाक हो गया।
पार्टी द्वारा अनिश्चितकालीन बंद का आह्वान करने के बाद उसके दफ्तर पर हमले की यह पहली घटना है। पार्टी ने पुलिस और जिला प्रशासन पर उसके कार्यालय पर हमला कराने का आरोप लगाया। लेकिन पुलिस ने इस आरोप का खंडन किया है। इसी बीच जीजेएम महासचिव रौशन गिरि ने कहा, ‘पिछले एक हफ्ते में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने केवल जनसभाओं और मीडिया में घोषणा की है कि वह गतिरोध दूर करने की खातिर वार्ता के लिए तैयार हैं।’
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उन्होंने आरोप लगाया कि यह कुछ नहीं बल्कि यह आंखों में धूल झोंकने जैसा है क्योंकि जीजेएम तक इस संबंध में कोई औपचारिक निमंत्रण नहीं आया है। उन्होंने उन पर जीजेएम और बंगाल की जनता को गुमराह करने और वार्ता के प्रति ईमानदार नहीं रहने का आरोप लगाया।
पिछले हफ्ते मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सभी दलों से ङ्क्षहसा छोडऩे की अपील की थी। वैसे जब गिरि से पूछा गया कि क्या जीजेएम राज्य सरकार के साथ वार्ता के लिए तैयार है तो उन्होंने कहा कि केवल पार्टी सुप्रीमो बिमल गुरुंग ही इस प्रश्न का उत्तर दे सकते हैं।