गदरपुर: विजिलेंस ने घेराबंदी कर राजस्व उपनिरीक्षक को 10 हजार रुपये की रिश्वत लेते दबोच लिया। मौके पर आरोपी के पास से 28 हजार रुपये और एक मोबाइल बरामद किया है। विजिलेंस टीम आरोपी उपनिरीक्षक को हल्द्वानी ले गई।
ग्राम महतोष निवासी मो. आसिफ अंसारी पुत्र रियाजुद्दीन अंसारी ने विजिलेंस कार्यालय हल्द्वानी में दो दिन पूर्व राजस्व उपनिरीक्षक सुशील जुनेजा पर रिश्वत मांगने का आरोप लगाया था। अंसारी ने बताया कि एनएच-74 के दायरे में उसकी दुकान व घर का कुछ भाग आ रहा है। जिसकी फाइल बनाने के लिए उपनिरीक्षक ने 25 हजार रुपये की डिमांड की। सौदा 10 हजार रुपये में तय हो गया।
विजिलेंस टीम ने मामले को गंभीरता से लेते हुए उपनिरीक्षक व शिकायतकर्ता का फोन सर्विलांस पर लगा दिया था। शिकायत की पुष्टि होने पर विजिलेंस इंस्पेक्टर प्रमोद शाह व राम ङ्क्षसह मेहता ने टीम के साथ शनिवार सुबह गदरपुर तहसील परिसर में डेरा डाल दिया। शिकायतकर्ता को भी बुला लिया।
उपनिरीक्षक दोपहर तीन बजे अपने कार्यालय पहुंचा। विजिलेंस ने शिकायतकर्ता को 10 हजार रुपये केमिकल लगे हुए देकर उपनिरीक्षक के पास भेजा। जैसे ही उपनिरीक्षक रुपये गिनने लगा तो विजिलेंस ने दबोच लिया। विजिलेंस टीम ने रिश्वत की धनराशि को कब्जे में लेकर आरोपी के हाथ पानी से धुलवाए तो हाथों का रंग लाल हो गया। टीम ने आरोपी के कार्यालय में बनी शिकायतकर्ता की फाइल की भी जांच की।
मामला सही पाए जाने पर टीम ने कार्यालय की तलाशी ली, जिसमें 28,200 रुपये नकद व दो मोबाइल बरामद हुए। इसके बाद टीम आरोपी को लेकर हल्द्वानी रवाना हो गई। विजिलेंस टीम में कांस्टेबल दीपक पांडे, जगदीश कुमार शामिल थे। राजस्व उपनिरीक्षक ने कहा कि मुझे प्लानिंग के तहत फंसाया गया है। मैंने किसी से रुपये की कोई डिमांड नहीं की थी।