निर्भया के चारों दोषियों के नाम जारी डेथ वारंट के अनुसार, सभी को 20 मार्च को सुबह छह बजे फांसी पर लटकाया जाना है। इसके मद्देनजर तिहाड़ जेल प्रशासन ने फांसी से जुड़ी तैयारियां शुरू कर दी हैं। जेल प्रशासन की ओर से निर्भया के दोषियों को फांसी पर लटकाने वाले जल्लाद से संपर्क कर उसे आने को कहा गया है।
सूत्रों का कहना है कि इस बार जल्लाद 17 मार्च को तिहाड़ पहुंच जाएगा। अभी तक जल्लाद फांसी पर लटकाने की तिथि से दो दिन पहले पहुंचता था, इस बार वह तीन दिन पहले पहुंचेगा। सूत्रों का कहना है कि 18 व 19 मार्च को जल्लाद फांसी से जुड़े ट्रायल की प्रक्रिया में हिस्सा लेगा।
इससे पूर्व तीन बार निर्भया के दोषियों की फांसी की तिथि टाली जा चुकी है। दो बार तो जल्लाद फांसी का ट्रायल भी कर चुका है। नियम के अनुसार दोषी को फांसी देने से पहले जल्लाद को पूरी तैयारी करनी होती है। इस दौरान दोषियों के वजन के बराबर वजन के पुतलों को फांसी पर लटकाया जाता है।
16 दिसंबर 2012 की रात राजधानी दिल्ली में चलती बस में पैरामेडिकल की छात्रा निर्भया के साथ सामूहिक दुष्कर्म हुआ था। इस दौरान दोषियों ने इतनी दरिंदगी की थी कि निर्भया की इलाज के दौरान मौत हो गई थी। इस घटना के खिलाफ दिल्ली समेत पूरे देश में विरोध प्रदर्शन हुए थे। दोषियों को जल्द सजा मिले इसके लिए फास्ट ट्रैक कोर्ट में मामला चला।
इस मामले में निचली अदालत से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक से चारों दोषियों मुकेश, विनय, पवन और अक्षय को फांसी की सजा सुनाई गई है। चारों दोषियों के सभी कानूनी विकल्प समाप्त हो चुके हैं और राष्ट्रपति भी उनकी दया याचिका खारिज कर चुके हैं। निचली अदालत ने चारों दोषियों को एक साथ फांसी देने के लिए 20 मार्च की सुबह 6 बजे का वक्त तय कर रखा है।