चीन और पाकिस्तान के सीनियर डिप्लोमेट्स ने शुक्रवार को अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की अफगान पॉलिसी पर करारा हमला किया है। ट्रंप ने तालिबान के साथ 16 साल से जारी विवाद पर नये सिरे बातचीत करने की बात कही थी। अभी-अभी: आतंकी हाफिज सईद को चुनाव लड़ने पर निर्वाचन आयोग ने लगाई रोक
चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने कहा कि चीन अपने मित्र पाकिस्तान के साथ खड़ा है। जबकि कुछ देश यह मानते हैं कि इस्लामाबाद आतंकवाद के खिलाफ कड़ी कार्रवाई नहीं कर रहा है। पाकिस्तानी विदेश मंत्री ख्वाजा आसिफ ने इस हफ्ते बीजिंग की पहली बार यात्रा की है जिससे यह साफ संदेश दिया गया है कि दोनों सहयोगी दलों के बीच संबंधों में वृद्धि हो रही है।
वांग और आसिफ ने घोषणा की, चीन, पाकिस्तान और अफगानिस्तान इस साल के आखिर में चीन में तालिबान के साथ वार्ता समझौते को आगे बढ़ाने के लिए तीन तरह की वार्ता की एक नई श्रृंखला का आयोजन किया जायेगा। आपको बता दें कि ये बयान उस वक्त आया है जब अमेरिका ने अफगानिस्तान में अपने सैनिकों की संख्या को बढ़ा दिया है।