स्कूल ने फीस जमा नहीं करने पर 14 बच्चों को ट्रांसफर सर्टिफिकेट (टीसी) थमा कर नाम काट दिया है। इन बच्चों में आठवीं कक्षा से छोटी कक्षाओं के बच्चे भी शामिल है।
द्वारका स्थित डीपीएस स्कूल और अभिभावक एक बार फिर से आमने-सामने हैं। स्कूल ने फीस जमा नहीं करने पर 14 बच्चों को ट्रांसफर सर्टिफिकेट (टीसी) थमा कर नाम काट दिया है। इन बच्चों में आठवीं कक्षा से छोटी कक्षाओं के बच्चे भी शामिल है। इस मामले के बाद मंगलवार को सुबह अभिभावकों ने स्कूल के बाहर प्रदर्शन किया और दाखिला बहाल करने की मांग की। अभिभावकों ने दिल्ली पेरेंट्स एसोसिएशन के साथ शिक्षा निदेशक से भी मुलाकात की। निदेशक ने इस मामले में डीडीई जोन से कहा है कि वह स्कूल को पत्र लिखकर टीसी वापस लेने को कहें।
डीपीएस द्वारका ने कोविड के दौरान भी फीस बढ़ाई थी। तब से लगातार अभिभावक हर साल प्रदर्शन करते आ रहे हैं। दिल्ली पेरेंट्स एसोसिएशन की अध्यक्ष अपराजिता गौतम ने बताया कि अब तक इस स्कूल में सालाना फीस 93 हजार होती थी उसे बढ़ाकर स्कूल अब स्कूल एक लाख 80 तक मांग रहा है। इस तरह से यह फीस बढ़ोतरी अवैध है। स्कूल गैरकानूनी तरीके से फीस मांग रहा है।
पहले स्कूल की ओर से 80 अभिभावकों को फीस के लिए रिमाइंडर दिए गए फिर उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किए गए। अब इनमें से 14 बच्चों के नाम काट कर टीसी थमा दिया। अभिभावक इस तरह से बच्चों के नाम काटने और स्कूल के फीस बढ़ाने से परेशान हैं। वह एक तरह से मानसिक प्रताड़ना झेल रहे हैं। अपराजिता गौतम ने बताया कि शिक्षा निदेशक ने इस मामले को सुलझाने को लेकर आश्वस्त किया है। निदेशक ने डीडीई जोन से कहा है कि वह स्कूल प्रबंधन को पत्र लिखकर टीसी को वापस लेने को कहें।