जालंधर-चिंतपूर्णी हाईवे के लिए अधिग्रहित की गई ज़मीन के लिए केंद्र सरकार से प्राप्त करोड़ों रुपए के मुआवज़े के वितरण संबंधी घोटाले में विजीलैंस ने शिकंजा और तेज दिया है। मामले की चल रही जांच दौरान ब्यूरो ने इस मामले में 42 और नए मुलजिमों को नामज़द किया है, जबकि 8 मुलजिमों को शनिवार को गिरफ़्तार कर लिया गया है।
जानकारी देते हुए विजीलैंस ब्यूरो के प्रवक्ता ने बताया कि तत्कालीन आनंद सागर शर्मा एस.डी.एम.-कम-कुलैकटर और भूमि ग्रहण अफ़सर होशियारपुर समेत कुल 13 मुलजिमों को गिरफ़्तार किया गया था, जिनमें बलजिन्दर सिंह तहसीलदार होशियारपुर, मनजीत सिंह नायब तहसीलदार होशियारपुर, दलजीत सिंह पटवारी गाँव खवासपुर (पिप्पलांवाला), परविन्दर कुमार पटवारी निवासी गाँव खवासपुर, सुखविन्दरजीत सिंह सोढी रजिस्टरी क्लर्क, देवीदास डीड राईटर, हरपिन्दर सिंह गिल निवासी महाराजा रणजीत सिंह नगर होशियारपुर, सतविन्दर सिंह ढट्ट और अवतार सिंह जौहल दोनों निवासी मोहल्ला टिब्बा साहिब होशियारपुर और जसविन्दर पाल सिंह निवासी लिली काटेज, सुतेहरी रोड होशियारपुर शामिल हैं।
वहीं आज गिरफ्तार किए गए 8 मुलजिमों को रविवार को स्थानीय अदालत में पेश करके आगे पूछताछ के लिए पुलिस रिमांड की माँग की जायेगी। विजीलैंस ब्यूरो की तरफ से और जांच जारी है और बाकी दोषियों की गिरफ़्तारी के लिए उनकी रिहायशों और अन्य छिपने वाले स्थानों पर छापेमारी की जा रही है और इनको जल्द गिरफ़्तार कर लिया जायेगा।
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