चीन के बीजिंग में इस हफ्ते भारत सरकार का पहला र्स्टाटअप इवेंट होने जा रहा है. भारतीय दूतावास में होने वाले इस इवेंट में करीब 20 भारतीय र्स्टाटअप कंपनियां और 150 चाइनीज इन्वेस्टर शालिम होंगे. इस इवेंट का आयोजन स्टार्टअप इंडिया एसोसिएशन कर रहा है.
इवेंट से भारत-चील संबंध साकारात्मक होंगे
इस इवेंट को लेकर बीजिंग में स्थित भारतीय दूतावास के एक अधिकारी अमित नारंग का कहना है- ‘अब तक हम धन और आइडिया के लिए पश्चिम की ओर देखते रहे हैं. अब हमारे टेक व्यवसायी हमें पूर्व की ओर देखने को मजबूर कर रहे हैं. ये सभी बहुत अच्छा कर रहे हैं।’ नारंग के मुताबिक इस इवेंट से भारत और चीन के मध्य व्यवसाय को लेकर एक साकारात्मक संबंध बनेंगे.
भारत और चीन में बहुत इनोवेशन हो रहा: नारंग
नारंग का कहना है- ‘अगर हम पॉलिटिकल मुद्दों को दरकिनार कर दें तो हम शुद्ध रूप से इनोवेशन को पाएंगे. भारत और चीन में टेक में बहुत इनोवेशन हो रहा है. दोनों देशों के इकोसिस्टम एक समान हैं. हम जो भी बना रहे हैं वो मिडिल क्लास की बेहतरी के लिए है. हमारे इनोवेशन सोसाइटी की कंडिशन के हिसाब से होते हैं. ऐसा पश्चिम में नहीं होता.’
भारत बड़ा मार्केट- अलीबाबा ग्रुप
वहीं, अलीबाबा ग्रुप के एक अधिकारी ने इस इवेंट को लेकर कहा- ‘भारत कई चाइनीज कंपनी के लिए बड़ा मार्केट है. सिलिकॉन वैली भी आधे भारतीय और आधे चाइनीज लोगों ने बनाई है. तो हम हाथ क्यों नहीं मिला सकते.’
बता दें, कई चाइनीज उद्योगपति भारत के स्टार्टअप में अपने रुपए लगा रहे हैं. इन्हीं में से एक चाइना का अलीबाबा ग्रुप भी है, जिसने पेटीएम में इन्वेस्ट किया है. वहीं, चाइना की उबर, शाओमी और बैदू भी भारत में इन्वेस्ट कर रहे हैं.