पीलिया शरीर के अनेक भागों को अपना शिकार बनाता है और शरीर को बहुत हानि पहुंचाता है. इस रोग में पाचन तंत्र सही ढंग से कार्य तक करना बांध कर देता है और शरीर का रंग पीला पड़ जाता है. यह हेपेटाइटिस ए या हेपेटाइटिस सी की वायरस के कारण फैलता है. 60 प्रतिशत नवजात बच्चों में पीलिया के लक्षण दिखाई देते हैं. वयस्कों के लिए कभी कभी पीलिया जानलेवा भी साबित हो सकता है. पीलिया में खान पान का पोर खाया रखना पड़ता है. आज कुछ ऐसे घरेलु उपाय बताये जा रहे हैं जिनसे पीलिया को ठीक करने में बहुत मदद मिलती है.
एक गिलास टमाटर के रस में थोड़ा सा काला नमक और काली मिर्च मिला लेँ. इसे प्रातःकाल पीने से पीलिया रोग मेँ काफी लाभ होता है और जिगर ठीक से काम करने लगता है. टमाटर में विटामिन ए की प्रचुरता होती है साथ ही इसमें लाइकोपीन नाम का एक तत्व भी पाया जाता है, जो पीलिया को दूर भागने में लाभकारी सिद्ध होता है. एलोवीरा का गूदा निकाल कर काला नमक और अदरक का रस मिलाकर सुबह के समय देने से लगभग 10 दिनोँ मेँ पीलिया का रोगी ठीक हो जाता है.
चुकंदर का रस भी पित्त प्रकोप को शांत करता है. इसमेँ एक चम्मच नींबू का रस मिलाकर प्रयोग करते रहने से शीघ्र लाभ होता है. चुकंदर के पत्तों की सब्जी बनाकर खाने से भी पीलिया रोग शांत होता है. गोखरु की जड़ का काढ़ा बनाकर पीलिया के रोगी को प्रतिदिन 50 मिलीलीटर मात्रा दो-तीन बार देने से पीलिया रोग मेँ काफी लाभ होता है.
फिटकिरी को भूनकर उसका चूर्ण बना लेँ. 2 से 4 दिन तक दिन मेँ दो या तीन बार छाछ के साथ पिलाने से कुछ ही दिनोँ मेँ पीलिया रोग मेँ आराम होना शुरु हो जाता है. 100 ग्राम मुली के पत्ते लें और उसका रस निकालें. इसके बाद आप इसमें स्वादानुसार चीनी या शक्कर मिलाकर इसका प्रतिदिन सुबह के समय सेवन करें. इससे आपका पेट साफ़ होता है और आपके लीवर और पाचन तंत्र को मजबूती मिलती है.