समाज में हमेशा महिलाओं को बेकगारी और अबला के रूप में ही जाना जाता है। लेकिन लोग ये भूल जाते हैं कि समय आने पर यही अबला नारी दुर्गा भी बन जाती है। लोगों की इस दक़ियानूसी सोच को ग़लत साबित करते हुए केरल की कुछ महिलाओं ने जो किया वो सच में किसी मिसाल से कम नहीं है।
यहां की महिलाओं ने आस-पास के इलाक़ों में 190 कुंए खोद कर लंबे समय से चली आ रही पानी की समस्या को सुलझा दिया है।
कमरे से आ रही थी आवाजे, पिता की नींद खुली तो प्रेमी के साथ इस हालत मिली बेटी और फिर…
ये महिलाएं पेशे से मज़दूर नहीं थीं। इन्हें शारीरिक रूप से भी मुश्किलों का सामना करना पड़ा लेकिन इन्होंने काम नहीं रोका। बिना किसी मशीन के सहारे चट्टानी ज़मीन में 10-12 मीटर गहरा कुआं खोदना आसन नहीं रहा होगा। सारी मुश्किलों को पीछे छोड़ते हुए महिलाओं ने एक साल के अन्दर 190 कुएं खोद डाले।